Cyber Crime in UP: 'प्राइवेट वीडियो' कोई करे वायरल तो यहां करें शिकायत, 24 घंटे के अंदर होगा ब्लाक

साइबर क्राइम सेल के एसीपी विवेक रंजन राय ने बताया क‍ि अगर कोई आपका अश्लील अथवा प्राइवेट वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करे तो तत्काल उसकी शिकायत नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर दर्ज कराएं। इसके बाद साइबर क्राइम सेल 24 घंटे के अंदर उसे ब्लाक करा देगी।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Wed, 24 Feb 2021 02:39 PM (IST) Updated:Wed, 24 Feb 2021 05:52 PM (IST)
Cyber Crime in UP: 'प्राइवेट वीडियो' कोई करे वायरल तो यहां करें शिकायत, 24 घंटे के अंदर होगा ब्लाक
पीड़‍ित को नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर दर्ज करानी होगी शिकायत।

लखनऊ, जेएनएन। महिला और बच्चों के संबंधित को अश्लील अथवा प्राइवेट वीडियो अगर कोई सोशल मीडिया पर वायरल करे तो तत्काल उसकी शिकायत नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर दर्ज कराएं। इसके बाद साइबर क्राइम सेल 24 घंटे के अंदर उसे ब्लाक करा देगी। बुधवार दोपहर यह जानकारी विवेक रंजन राय, एसीपी साइबर क्राइम सेल ने दैनिक जागरण कार्यालय में दी। वह यहां प्रश्न पहर कार्यक्रम में पहुंचे। उनसे बहुत से लोगों ने फोन कर साइबर अपराध से बचने के बारे में जानकारी ली। एसीपी विवेक रंजन राय ने सभी के प्रश्नों का उत्तर देकर उनकी जिज्ञासाओं को शांत कर उन्हें जानकारी दी।

पूछे गए ये सवाल 

सवाल : इस दौरान चाइल्ड प्रोनोग्र्राफी के अपराध बहुत बढ़ रहे हैं। लोग महिलाओं और बच्चों के प्राइवेट वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर रहे हैं। इसके लिए हमें क्या करना होगा। सौरभ भटनागर, अधिवक्ता, कुंडरी रकाबगंज

जवाब : इसके लिए संबंधित (पीड़त) व्यक्ति सीधे साइबर क्राइम सेल हजरतगंज स्थित आफिस में आकर शिकायत कर सकते हैं। वहीं, कुछ लोग शर्म के कारण नहीं आते हैं। ऐसे लोगों को फिर वीडियो वायरल करने वाला ब्लैकमेल भी करता है। अगर पीड़‍ित व्यक्ति साइबर क्राइम सेल में नहीं आना चाहता है तो नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर सीधे शिकायत कर सकते हैं। शिकायत दर्ज होने के 24 घंटे के अंदर वह वीडियो ब्लाक करा दिया जाएगा। इसके साथ ही आरोपित को भी गिरफ्तार किया जाएगा।

सवाल : साइबर लॉ में करियर बनाने के लिए क्या करें। कहां से कोर्स करें। -मृत्युंजय सिंह, विधि छात्र, ऐशबाग

जवाब : आप साइबर सिक्योरिटी के बारे में पहले पढ़े। इसके अलावा बहुत से विधि विवि हैं वहां से इसका कोर्स कर सकते हैं।

सवाल : इन दिनों अगर किसी कंपनी के सर्विस सेंटर का नंबर देखकर फोन कर कोई शिकायत करते हैं तो फोन रिसीव करने वाला खाते की जानकारी हासिल करके खाते से रुपये उड़ा देता है। अभिषेक पांडेय, सीतापुर

जवाब : सबसे पहले जब आप गूगल में कस्टमर केयर नंबर के लिए साइट सर्च करें तो सिक्योर साइट ही खोलें। साइबर जालसाज इन दिनों स्पेलिंग मिस्टेक करके मिलती-जुलती साइट बनाकर अपना नंबर डाल देते हैं। आप जब सर्च करते हैं तो उन्हीं का नंबर मिलता है और फोन करते हैं तो वह आपसे खाते की जानकारी लेकर रुपये उड़ा देते हैं। इसलिए गूगल पर सर्च करते समय याद रखें कि साइट के किनारे एचटीटीपीएस (हाइपर टेस्ट ट्रांसफर प्रोटोकॉल) लिखा होना चाहिए। इसके अलावा एक लॉक भी किनारे लगा होता है। वही साइट वास्तविक होती है। उसी पर क्लिक करें मिलती जुलती साइट पर नहीं। साइट की स्पेलिंग भी अच्छे से देख लें।

सवाल : सर मेरे पास कई दिनों से एक फोन आ रहा है। वह व्यक्ति बताता है कि एलआइसी दिल्ली हेड ऑफिस से बोल रहा है। वह एलआइसी बोनस के नाम पर 25 हजार रुपये जमा करने के लिए कहा है। उसका कहना है 25 हजार रुपये जमा करने के बाद आपके खाते में दो लाख रुपये का बोनस आ जाएगा क्या करें? लखन लाल, न्यू हैदराबाद कॉलोनी

जवाब : यह कॉल फर्जी है हमें कतई किसी भी खाते में रुपये न ट्रांसफर करें। बोनस के लिए कभी भी एलआइसी पहले रुपये नहीं जमा कराती है। आप अपनी एलआइसी की ब्रांच से भी जानकारी कर लें। अन्यथा इसकी एक शिकायत साइबर क्राइम सेल में दर्ज करा दें।

सवाल : कई दिनों से एक फोन आ रहा है। वह एटीएम की अवधि समाप्त होने की बात कहकर खाते की डिटेल मांगता है क्या करें? विनोद पांडेय, ट्रांसपोर्ट नगर

जवाब : एक बात तो यह स्पष्ट जान लीजिए कि बैंक कभी भी आपसे फोन पर कोई जानकारी नहीं मांगता है। बैंक इस संबंध में आपको मैसेज भी करता रहता है। आप फोन पर किसी को अपने खाते से संबंधित जानकारी न दें। अगर ज्यादा फोन आ रहे हैं तो उसे ब्लाक कर दें और संबंधित बैंक से बात कर लें।

सवाल : एटीएम कार्ड की क्लोनिंग साइबर जालसाज करतें हैं इससे बचने के लिए क्या करें?

सौरभ पांडेय, अधिवक्ता उन्नाव

जवाब : आप जब भी किसी एटीएम में कार्ड से रुपये निकालने जाएं तो देख लें कि वहां गार्ड अवश्य हो। इसके अलावा जब भी आप कार्ड इंसर्ट करने से पहले ऊपर प्लेट पर हाथ से टटोल कर देख लें कहीं कैमरा अथवा स्कीमर तो नहीं लगा है। साइबर जालसाज एटीएम में नंबर प्लेट के ऊपर अथवा दायें-बायें कैमरा और स्कीमर लगा देते हैं। जिससे आपके कोड नंबर और खाते की जानकारी उनके पास चली जाती है। आप नंबर प्लेट से अपना कोड टाइप करें तो ऊपर से हाथ लगाकर उसे ढक लें।

सवाल : कई दिनों से मेरे पास भिन्न-भिन्न नंबरों से फोन आ रहे हैं और वह खाते की डिटेल मांगते हुए कहता है कि अमेजन प्राइम से बोल रहा है। आपने इस मार चार हजार रुपये की सबसे अधिक शॉपिंग की है। इसलिए आपने गिफ्ट जीता है अपने खाते का नंबर बताएं। नेहा कश्यप, खदरा

जवाब : उसे खाते का नंबर कतई न बताएं। चार हजार रुपये की शॉपिंग कोई बहुत नहीं होती है। लाखों लोग ऐसे हैं जो ऑनलाइन लाखों रुपये की हर माह शॉपिंग करते हैं। आप उसके झांसे में न आएं न ही अपने खाते के नंबर बताएं।

सवाल : बीते कई दिनों से मेरा पास फोन आ रहा है कि आप रिटायर होने वाले हैं। आपकी पेंशन तैयार की जानी है अपने खाते की जानकारी दें और आधार नंबर बताएं। मनोज सिन्हा, हरदोई

जवाब : आप उसे कोई जानकारी न दें। जिस बैंक में आपका वेतन आता है। उन्हें आपका ऑफिस खुद सारी डिटेल भेज देगा।

यह बरतें सावधानियां कोई भी बैंक कभी फोन पर आपसे एटीएम, डेबिट, क्रेडिट कार्ड अथवा खाते की जानकारी नहीं लेता। अगर कोई फोन कर मांगे तो कतई देने से मना कर दें। बिना गार्ड वाले दूर-दराज एरिया में स्थित एटीएम से कभी ट्रांजेक्शन न करें। एटीएम में रुपये निकालने के दौरान कोड नंबर डालने से पहले नंबर प्लेट को एक हाथ से ढक लें। हमेशा सिक्योर साइट ही सर्च करें। इंटरनेट मीडिया के द्वारा किसी भी तरह का फ्राड होने पर तत्काल उसकी शिकायत नजदीकी थाने अथवा साइबर क्राइम सेल में करें। इंटरनेट मीडिया पर किसी भी अनजान व्यक्ति की फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार न करें। इंटरनेट मीडिया पर बनी अपनी फेसबुक आइडी की प्रोफाइल को लॉक करके रखें। 

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