लखनऊ पुलिस की पहुंच से दूर गृहमंत्री व उनका पीए बन भाजपा नेताओं को ठगने वाले आरोपित, बरेली और उत्तराखंड में दबिश जारी

खुद को गृह मंत्री का पीए बताकर नेताओं से फोन पर बात करने वाले शाहिद खां की तलाश में हजरतगंज पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम बरेली में दबिश दे रही है। शाहिद का एक साथी उत्तराखंड का रहने वाला है जो अभी पकड़ में नहीं आया है।

By Rafiya NazEdited By: Publish:Sat, 24 Jul 2021 09:00 AM (IST) Updated:Sat, 24 Jul 2021 09:00 AM (IST)
लखनऊ पुलिस की पहुंच से दूर गृहमंत्री व उनका पीए बन भाजपा नेताओं को ठगने वाले आरोपित, बरेली और उत्तराखंड में दबिश जारी
गृहमंत्री व उनका पीए बनकर विधान सभा व विधान परिषद में टिकट दिलाने के नाम पर ठगी का मामला।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उनका पीए बनकर भाजपा नेताओं से ठगी करने वाले गिरोह के दो आरोपित अब भी फरार हैं। खुद को गृह मंत्री का पीए बताकर नेताओं से फोन पर बात करने वाले शाहिद खां की तलाश में हजरतगंज पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम बरेली में दबिश दे रही है। शाहिद का एक साथी उत्तराखंड का रहने वाला है, जो अभी पकड़ में नहीं आया है।

इंस्पेक्टर हजरतगंज श्यामबाबू शुक्ल के मुताबिक दोनों आरोपितों की तलाश में संभावित स्थानों पर छापेमारी की जा रही है। जल्द ही बरेली के नवाबगंज निवासी शाहिद खां और उसके साथी सितारगंज उधमसिंह नगर निवासी बब्लू उर्फ विजय को दबोच लिया जाएगा। माना जा रहा है कि दोनों के पकड़े जाने के बाद यह पता चलेगा कि गिरोह ने भाजपा या दूसरी पार्टियों के किन नेताओं से रुपये वसूले थे।

वाट्सएप कॉल से करते थे बात: छानबीन में सामने आया है कि गिरोह के लोग वाट्सएप कॉल के जरिए बात करते थे। आरोपित नार्मल कॉल किसी को नहीं करते थे। यही नहीं वाट्सएप कॉल करने के बाद फोन बंद कर देते थे। खुद को गृह मंत्री बताकर फोन करने वाला हसनैन आवाज बदलकर बात करता था। सूत्रों का कहना है कि शाहिद के पकड़े जाने के बाद कई राज उजागर होंगे। गौरतलब है कि गृह मंत्री और उनका पीए बनकर ठग भाजपा नेताओं को विधान सभा व विधान परिषद का टिकट दिलाने और मंत्री बनाने का झांसा देकर रुपये वसूलते थे। प्रयागराज निवासी रीता सिंह से आरोपितों ने एक करोड़ रुपये मांगे थे। रीता सिंह की तहरीर पर पुलिस ने छानबीन के दौरान गिरोह के चार ठगों को गिरफ्तार किया था।

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