रायबरेली में स्कीम का लालच देकर 40 करोड़ की ठगी करने वाला गिरफ्तार, एसटीएफ ने लखनऊ से दबोचा

वीजीई मार्ट वीजी गोल्ड वीजी शेयर और रियल स्टेट सहित कई नामों से कंपनी बनाकर की धोखाधड़ी। एसटीएफ को हरिनाम ने बताया कि वह लोगों से पांच से 50 हजार तक जमा कराता था और इससे ज्यादा का शॉपि‍ंंग कूपन देता था।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 08:59 PM (IST) Updated:Thu, 26 Nov 2020 08:59 PM (IST)
रायबरेली में स्कीम का लालच देकर 40 करोड़ की ठगी करने वाला गिरफ्तार, एसटीएफ ने लखनऊ से दबोचा
अयोध्या, हरदोई, सुलतानपुर और बिहार तक फैले हैं तार।

रायबरेली, जेएनएन। जल्द धन दोगुना करने का लालच देकर 40 करोड़ की ठगी करने वाले वीजी मार्ट के मुखिया को बुधवार रात लखनऊ में गिरफ्तार कर लिया गया। एसटीएफ ने उसे जिला की पुलिस को सौंप दिया है। गुरुवार को उसे जेल भेज दिया गया।  

सीतापुर जिले के हैदरपुर, हरगांव निवासी हरिनाम यादव ने साथी शरद कुमार निवासी इस्माइल नगर, तंबौर के साथ मिलकर वीजी मार्ट कंपनी शुरू की थी। अयोध्या, हरदोई, सुलतानपुर और बिहार के कई जिलों में इसके शोरूम भी खोले, ताकि लोगों का विश्वास जीत सकें। एसटीएफ को हरिनाम ने बताया कि वह लोगों से पांच से 50 हजार तक जमा कराता था और इससे ज्यादा का शॉपि‍ंंग कूपन देता था। नोटबंदी के बाद धंधा मंदा पड़ा तो वीजी शेयर कंसल्टेंट कंपनी खोली और उन्हीं लोगों का पैसा शेयर मार्केट में लगाने की बात कही। बहकावे में लोग आए और काफी पैसा जमा कर दिया।

कोरोना काल आया तो यह स्कीम भी फ्लाप होने लगी। इस पर वीजी गोल्ड स्कीम लाया और प्रतिमाह जमा राशि का पांच प्रतिशत ब्याज देने की बात कही। इसमें भी लोगों ने खूब पैसा लगाया। हरिनाम ने बताया कि यूपी और बिहार से इसी तरह लोगों को बहकाकर करीब 40 करोड़ रुपये इक_ा कर लिए। शेयर या रियल स्टेट में कहीं इंवेस्ट किया नहीं था, इसलिए रकम वापस करना मुमकिन नहीं था। इससे पहले स्थानीय निवासी प्रमोद कुमार ङ्क्षसह की तहरीर पर हरिनाम यादव के अलावा शरद कुमार और सुनील कुमार के खिलाफ 19 अक्टूबर को प्राथमिकी दर्ज की गई थी। 

'हरिनाम के खिलाफ फर्जीवाड़े की रिपोर्ट दर्ज है। वह रायबरेली से भागा हुआ था। एसटीएफ ने लखनऊ में उसे पकड़कर यहां की पुलिस को सौंपा है। उसे जेल भेज दिया गया।'   -अंजनी चतुर्वेदी, क्षेत्राधिकारी नगर

 

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