यूपी विधान सभा चुनाव में 170 प्रत्याशी घोषित करने के बाद आम आदमी पार्टी ने बदली रणनीति, जानें- वजह

UP Assembly Election 2022 आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन कर ताल ठोंकने की तैयारी में जुट गई है। संजय सिंह और अखिलेश यादव की बुधवार को लखनऊ में हुई मुलाकात के बाद अटकलों का बाजार गर्म हो गया है।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Thu, 25 Nov 2021 06:15 PM (IST) Updated:Thu, 25 Nov 2021 06:53 PM (IST)
यूपी विधान सभा चुनाव में 170 प्रत्याशी घोषित करने के बाद आम आदमी पार्टी ने बदली रणनीति, जानें- वजह
आप यूपी प्रभारी संजय सिंह और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की बुधवार को लखनऊ में मुलाकात हुई।

लखनऊ, जेएनएन। आम आदमी पार्टी (आप) अगले साल उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) के साथ गठबंधन कर ताल ठोंकने की तैयारी में जुट गई है। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य और यूपी प्रभारी संजय सिंह और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की बुधवार को लखनऊ में हुई मुलाकात के बाद अटकलों का बाजार गर्म हो गया है। आम आदमी पार्टी ने सितंबर में 170 संभावित प्रत्याशियों की सूची जारी कर अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा की थी, लेकिन अचानक पार्टी ने अपनी रणनीति में बदलवा करते हुए समाजवादी पार्टी के साथ चुनावी समर में उतरने का मन बना लिया है।

पिछले दिनों आम आदमी पार्टी ने घरेलू उपभोक्ताओं को 300 यूनिट मुफ्त बिजली, किसानों को मुफ्त बिजली और बकाया बिल माफ करने की घोषणा को लेकर इन 170 विधान सभा क्षेत्रों में उसने बिजली गारंटी पर जन जागरण अभियान भी चलाया। मगर, अब दो महीने बाद वह जनाधार बढ़ाने के लिए साइकिल की सवारी करने को तैयार है। दरअसल, मुफ्त बिजली और किसानों के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी के सुर एक हैं। वहीं आप शुरुआत से ही भाजपा के विरोध में ताल ठोंक रही है। ऐसे में अब यूपी में अपना जनाधार बढ़ाने की जुगत में जुटी आप गठबंधन में फायदा देख रही है।

आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश में पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। पार्टी के प्रदेश प्रभारी संजय सिंह लगातार उत्तर प्रदेश में योगी सरकार को अलग-अलग मुद्दों पर घेरते रहे हैं। आप यह भी जानती है कि आगामी चुनाव में भाजपा को सबसे बड़ी चुनौती सपा ही दे सकती है, इसलिए उसकी कोशिश सपा के साथ गठबंधन की है। संजय सिंह जुलाई में भी अखिलेश से मिले थे। इस मुलाकात को उस समय भी खूब हवा दी गई थी। सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के जन्मदिन 22 नवंबर को भी संजय, अखिलेश से मिले थे। 23 नवंबर को सपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव पर लिखी पुस्तक के विमोचन के मौके पर भी दोनों की मुलाकात हुई थी। बुधवार को फिर दोनों नेताओं की जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट के दफ्तर में बातचीत हुई।

आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश में पैर जमाने के लिए समाजवादी पार्टी का साथ चाह रही है। हालांकि, अभी तक सीटों की संख्या तय नहीं है। अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद संजय सिंह ने कहा कि भाजपा के कुशासन से उत्तर प्रदेश को मुक्त कराने के लिए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से सार्थक मुलाकात हुई। हम दोनों के बीच समान मुद्दों पर रणनीतिक चर्चा हुई है। उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता भाजपा को हराना है। गठबंधन को लेकर जब भी कोई बात होगी तो उसकी जानकारी दी जाएगी। 

लखनऊ में 28 को होने वाली केजरीवाल की रैली स्थगित : आम आदमी पार्टी ने 28 नवंबर को राजधानी लखनऊ में आयोजित होने वाली रोजगार गारंटी रैली को स्थगित कर दिया गया है। इस रैली में दिल्ली के मुख्यमंत्री व पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल को बतौर मुख्य अतिथि शामिल होना था। आप के यूपी प्रभारी व राज्य सभा सदस्य संजय सिंह की तरफ से इस संबंध में बताया गया है कि इस दिन अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) की परीक्षा है और लाखों युवा इसमें शामिल होंगे। ऐसे में प्रशासन ने रैली आयोजित करने की अनुमति नहीं दी। रैली की जल्द नई तारीख घोषित करेगी। युवाओं की परीक्षा में किसी भी तरह की बाधा पार्टी नहीं बनेगी।

chat bot
आपका साथी