Assistant Teacher Appointment: 69000 सहायक शिक्षक भर्ती मामले ने फिर पकड़ा तूल, अभ्यर्थियों ने त्रुटि सुधार न करने का लगाया आरोप

69000 सहायक अध्यापक भर्ती प्रकरण मामले ने कोरोना काल मे फिर से तूल पकड़ लिया है।मंगलवार को सैकड़ों की संख्या में पहुंचे अभ्यर्थियों ने राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रक्षिक्षण परिषद (एससीईआरटी) का घेराव किया। अभ्यर्थी सरकार से रिक्त पदों को तत्काल घर जाने की मांग कर रहे थे।

By Vikas MishraEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 02:52 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 02:52 PM (IST)
Assistant Teacher Appointment: 69000 सहायक शिक्षक भर्ती मामले ने फिर पकड़ा तूल, अभ्यर्थियों ने त्रुटि सुधार न करने का लगाया आरोप
69000 सहायक अध्यापक भर्ती प्रकरण मामले ने कोरोना काल में एक बार फिर से तूल पकड़ लिया है।

लखनऊ, जेएनएन। 69000 सहायक अध्यापक भर्ती प्रकरण मामले ने कोरोना काल मे फिर से तूल पकड़ लिया है। मंगलवार को सैकड़ों की संख्या में पहुंचे अभ्यर्थियों ने राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रक्षिक्षण परिषद (एससीईआरटी) का घेराव किया। अभ्यर्थी सरकार से रिक्त पदों को तत्काल भरने की मांग कर रहे थे।

यह है मामलाः दरअसल 69000 सहायक अध्यापक भर्ती प्रकरण को लेकर लंबे समय से सरकार और अभ्यर्थियों के बीच में खींचतान चल रही है। अभ्यर्थियों का आरोप है कि बीते 7 महीने से वे भर्ती फार्म में हुई त्रुटि को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं जिसे बार-बार शासन द्वारा आश्वासन देकर शांत करा दिया जाता है, मगर शासन स्तर पर त्रुटियों में सुधार नहीं की जा रहा है। अभ्यर्थियों का कहना है कि 69000 सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा में जो फार्म परीक्षा के लिए बनाया गया था, उसी फार्म का शैक्षिक योग्यता का संपूर्ण डाटा 69000 शिक्षक भर्ती के लिए इस्तेमाल कर लिया गया, जिस पर एनआईसी द्वारा संशोधन का मौका नहीं दिया गया।

ऐसी स्थिति भर्ती अपनी गलती देख तो सकते हैं मगर उसमें सुधार नही कर सकते थे। अभ्यर्थियों का कहना है कि उनके आवेदन पत्र को निरस्त करके उसकी सीटों को थर्ड काउंसलिंग में जोड़ा जा रहा है, यह अभ्यर्थियों के साथ अन्याय है, जबकि थर्ड काउंसलिंग में जो भी बच्चे आएंगे उनका गुणांक हम सब के गुणांक से कम है। अभ्यर्थियों का कहना है कि अगर वे अपने वास्तविक अंकों के बाद भी प्रदेश स्तरीय और जनपद स्तरीय चयन सूची में नहीं आते हैं तो उनका चयन निरस्त किया जाए अन्यथा उन्हें नियुक्ति दी जाए।

अभ्यर्थियों का आरोप है कि सरकार ने लगभग 90% संशोधन मान्य कर लिया है मगर शेष 10% को नकारा जा रहा है। ऐसा क्यों? करीब सैकड़ों की संख्या में एससीईआरटी पहुंचे अभ्यर्थियों ने बेसिक शिक्षा मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वही मुख्यमंत्री से रिक्त पदों पर जल्द नियुक्ति किए जाने की मांग की। मौके पर भारी पुलिस बल मौजूद है

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