बहराइच में पुलिस मुठभेड़ में 50 हजार का इनामी बदमाश गिरफ्तार, 16 साल से दे रहा था चकमा

मुठभेड़ में रुपईडीहा पुलिस ने 50 हजार रुपये के इनामी बदमाश को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार इनामी श्रावस्ती जिले के मल्हीपुर थाना क्षेत्र के सरदारपुरवा खांवाकला का निवासी है। वह नगर कोतवाली क्षेत्र से 2005 में फरार हुआ था।

By Rafiya NazEdited By: Publish:Tue, 13 Apr 2021 11:27 AM (IST) Updated:Tue, 13 Apr 2021 01:39 PM (IST)
बहराइच में पुलिस मुठभेड़ में 50 हजार का इनामी बदमाश गिरफ्तार, 16 साल से दे रहा था चकमा
बहराइच की देहात कोतवाली क्षेत्र से 2005 में फरार हुआ था बदमाश, रुपईडीहा पुलिस को गिरफ्तारी में मिली कामयाबी।

बहराइच, जेएनएन। मुठभेड़ में रुपईडीहा पुलिस ने 50 हजार रुपये के इनामी बदमाश को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार इनामी श्रावस्ती जिले के मल्हीपुर थाना क्षेत्र के सरदारपुरवा खांवाकला का निवासी है। वह नगर कोतवाली क्षेत्र से 2005 में फरार हुआ था। पुलिस उसकी गिरफ्तारी को लेकर अर्से से जाल बिछा रही थी।

अपर पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार ने बताया कि पुलिस अधीक्षक सुजाता सिंह के निर्देश पर इनामी बदमाश को गिरफ्तार करने के लिए मुखबिरों को जाल बिछाया गया था। बीती रात मुखबिर की सूचना पर रुपईडीहा पुलिस ने खैरहनिया जंगल के पास कृत्रिम गर्भाधान केंद्र के सन्निकट तिराहे पर घेराबंदी की।

रात्रि के लगभग 10.50 बजे इनामी बदमाश अखलाख उर्फ अकलाख को वन वैरियर के पास आता देख मुखबिर ने इशारा किया। इसके बाद पुलिस टीम ने उसे आत्म समर्पण के लिए ललकारा, लेकिन उसने तमंचा निकाल कर पुलिस टीम पर फायर दिया और भागने की कोशिश की। पुलिस ने जवाब में हवाई फायरिंग कर डराने की कोशिश की, लेकिन उसे रुकता न देख पैर में गोली मार कर दबोच लिया। उसके पास से 315 बोर का एक अदद कट्टा, दो जिंदा एवं दो खोखा बरामद हुआ। इसके बाद उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चर्दा इलाज के लिए भर्ती कराया गया। उसकी हालत सामान्य है।

रुपईडीहा संसू के मुताबिक मुठभेड़ में शामिल एक टीम का नेतृत्व प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार सिंह एवं दूसरे का सब इंस्पेक्टर अजय कुमार तिवारी कर रहे थे। टीमों में सब इंस्पेक्टर हरीश सिंह, मुख्य आरक्षी विजय शंकर सिंह, सिपाही वीरेंद्र कुमार गुप्त, प्रमोद कुमार वर्मा, मनोज कुमार गौड़ शामिल थे।

16 साल से पुलिस को दे रहा था चकमा: नगर कोतवाली क्षेत्र से 2005 में फरार हुआ था। पशु तस्करी समेत कई तरह के अपराधों में वह 1995 से सक्रिय था। उस पर श्रावस्ती एवं बहराइच जिलों में आधा दर्जन मुकदमे दर्ज थे। कोतवाली देहात में 2005 में दर्ज मुकदमा संख्या 186 के तहत उस पर 50 हजार का इनाम घोषित किया गया था। वह 2005 में देहात कोतवाली से पुलिस टीम को चकमा देकर भगा निकला था। तब से अब तक पुलिस उसे गिरफ्तार करने में नाकाम था। पशु तस्करी का संगठित गिरोह संचालित करने वाला अकलाख ज्यादातर समय पड़ोसी राष्ट्र नेपाल में शरण लिए रहता था।

अपर पुलिस अधीक्षक अशोेक कुमार ने बताया कि मुठभेड़ में गिरफ्तार बदमाश काफी शातिर किस्म का है। वह अपनी गतिविधियों को गुपचुप तरीके से अंजाम देता है। उसके अपराधों को ब्यौरा अन्य जिलों से भी मांगा गया है।

chat bot
आपका साथी