दो राष्‍ट्रीय राजमार्गों पर बनेंगे 21 थाने, कम होंगे हादसे और अपराध

सुप्रीम कोर्ट की कमेटी ऑन रोड सेफ्टी के निर्देश पर शासन ने शुरू की तैयारी। राष्ट्रीय राजमार्ग दो पर 19 और 25 पर दो थाने बनाए जाएंगे।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Wed, 16 Jan 2019 07:57 AM (IST) Updated:Thu, 17 Jan 2019 08:19 AM (IST)
दो राष्‍ट्रीय राजमार्गों पर बनेंगे 21 थाने, कम होंगे हादसे और अपराध
दो राष्‍ट्रीय राजमार्गों पर बनेंगे 21 थाने, कम होंगे हादसे और अपराध

लखनऊ, (सौरभ शुक्ला)। नेशनल हाइवे पर लगातार बढ़ते सड़क हादसों और लूट, हत्या, अपहरण और तस्करों पर लगाम कसने की शासन ने तैयारी कर ली गई है। जल्द ही 88 किमी लंबे लखनऊ-कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग-25 पर दो और 750 किमी के मथुरा-चंदौली राष्ट्रीय राजमार्ग-2 पर 19 थाने बनाएं जाएंगे। सुप्रीम कोर्ट की कमेटी ऑन रोड सेफ्टी के निर्देश पर शासन ने हाइवे पुलिसिंग के तहत थानों का निर्माण कराए जाने का पूरा खाका तैयार कर लिया है। यह देश के पहले राष्ट्रीय राजमार्ग हैं जहां थाने बनाए जा रहे हैं।

प्रदेश में हादसों में मरने वालों की संख्या सर्वाधिक
कमेटी ऑन रोड सेफ्टी के आंकड़ों के मुताबिक पूरे देश में उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक लोगों की सड़क हादसे में जान जाती है। यहां प्रति वर्ष नेशनल और स्टेट राजमार्ग पर 69 फीसद हादसे होते हैं। जबकि नेशनल हाईवे पर हादसे की संख्या 35 फीसद है। वर्ष 2017 में जहां पूरे देश में 4,64,910 सड़क हादसे हुए जिसमे करीब डेढ़ लाख लोगों की जान गई और 4,70,995 घायल हुए।

हादसों के मामले में उत्तर प्रदेश चौथे नंबर पर रहा। यहां कुल 38,783 हादसे हुए पर मरने वालों की संख्या 20,124 रही, जो सभी प्रदेशों में सर्वाधिक है। इसको लेकर बीते कुछ माह पहले ब्राजील में एक सेमीनार का आयोजन हुआ था। इसमें उत्तर प्रदेश में मृतकों की सर्वाधिक संख्या को लेकर चिंता जताई गई थी। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट की कमेटी ऑन रोड सेफ्टी ने नेशनल हाइवे पर हादसों को रोकने के लिए सुरक्षा संबंधित बंदोबस्त करने के निर्देश जारी किए थे। लखनऊ-कानपुर राजमार्ग पर टोल प्लाजा नवाबगंज और दही चौकी उन्नाव पर थाने बनाए जाएंगे।

हादसा होते ही यूपी 100 पर दे सूचना, 10 मिनट में पहुंचेगी पुलिस
किसी भी व्यक्ति को यूपी 100 पर हादसे की सूचना देनी होगी। यूपी 100 से तत्काल कॉल को यातायात निदेशालय के इमरजेंसी नंबर पर फारवर्ड कर दिया जाएगा। इसके बाद सूचना के 10 मिनट में पुलिस आपकी मदद के लिए पहुंच जाएगी।

दक्ष पुलिस कर्मियों की होगी तैनाती, होंगे अत्याधुनिक उपकरण
जानकारी के मुताबिक इन थानों में आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण प्राप्त दक्ष पुलिस कर्मियों की तैनाती की जाएगी। प्रत्येक थाने में पुलिस कर्मियों की संख्या 15-20 होगी। पुलिस कर्मी आठ-आठ घंटे की सिफ्ट में राष्ट्रीय राजमार्ग पर गश्त करेंगे। इसके लिए उन्हें पांच चार पहिया और तीन दो पहिया वाहन और एंबुलेंस होगी। उनके वाहनों के कटिंग टूल्स, इलेक्ट्रानिक्स चेकिंग टूल्स, अत्याधुनिक शस्त्र होंगे।

यह होगा काम

तेज रफ्तार वाहन चालकों पर कार्रवाई। हाइवे के किनारे भारी वाहन न खड़े होने देना। नशे में गाड़ी चलाने वालों पर कार्रवाई। शहर के अंदर अपराधिक घटनाएं होते ही हाइवे पर बढ़ा देंगे चेकिंग। तस्करों पर लगाम लगाने के लिए वाहनों की प्रापर चेकिंग करेंगे।

क्‍या कहते हैं अधिकारी

यातायात निदेशालय उत्तर प्रदेश के आइजी दीपक रतन ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर लगातार बढ़ते सड़क हादसों और अपराधिक घटनाओं को रोकने के लिए यह व्यवस्था लागू की जा रही है। शासन से हरी झंडी मिलते ही पहले चरण में राष्ट्रीय राजमार्ग दो पर 19 और 25 पर दो थाने बनेंगे। इसका पूरा खाका तैयार कर लिया गया है।

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