UP और MP में बाढ़ आपदा के लिए तैयार NDRF की 18 टीमें, गंगा, घाघरा और अन्य नदियों पर रहेगी नजर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ आपदा से बचाव के लिए पूरी योजना की जानकारी भी अधिकारियों से ले ली है। इसके लिए टीमें जनपदों में जागरुकता अभियान भी चलाएंगी। इन टीमों पर यूपी के 57 और एमपी के 52 जिलों का प्रभार है। जहां बाढ़ आपदा अधिक होती है।
लखनऊ सौरभ शुक्ला। यूपी और एमपी में बाढ़ आपदा को लेकर एनडीआरएफ ने अपनी पूरी तैयारी कर ली है। आपदा से राहत एवं बचाव के लिए दोनों प्रदेशों में 18 टीमें बनाई गई हैं। इन टीमों को तीन भागों में बांटा गया है। टीमों ने गंगा, घाघरा और अन्य नदियों के कटरी इलाके में बोट से रेकी कर पूरी योजना तैयार कर ली है। कि किस इलाके में बाढ़ आने पर वहां कैसे राहत एवं बचाव कार्य करना है। इसके लिए एनडीआरएफ 11वीं वाहिनी के कमांडेंट मनोज कुमार शर्मा की शासन स्तर पर बैठक भी हो गई है। टीमों के पास अत्याधुनिक उपकरणों से साथ तैयार हो गई हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ आपदा से बचाव के लिए पूरी योजना की जानकारी भी अधिकारियों से ले ली है। इसके लिए टीमें जनपदों में जागरुकता अभियान भी चलाएंगी। इन टीमों पर यूपी के 57 और एमपी के 52 जिलों का प्रभार है। जहां बाढ़ आपदा अधिक होती है।
बाढ़ आपदा के लिए यह टीमें तैयार
सीएसएसआर: कोलैप्स स्ट्रक्चर सर्च एंड रेस्क्यू टीम।
एमअफआर : मेडिकल फर्स्ट रिस्पांडर टीम।
रोप रेस्क्यू : ऊँची इमारतों, नदियों के बीच पुल बनाने, पहाड़-दुर्गम इलाकों में रस्सियों के माध्यम से बचाव कार्य टीम।
फ्लड रेस्कयू एंड वाटर इमरजेंसी : टीम बाढ़ आपदा प्रबंधन व राहत बचाव का कार्य करती है।
यहां तैनात की गई टीमें: कमांडेंट मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि मानसून सीजन शुरू हो गया है। इस कारण बाढ़ आपदा से बचाव के लिए श्रावस्ती, बहराइच, सिद्धार्थनगर में एक-एक टीम और लखनऊ, गोरखपुर और भोपाल में दो-दो टीमों को तैनात कर दिया गया है। अन्य टीमें अत्याधुनिक बोट और उपकरणों के साथ मुख्यालय में तैयार बैठी हैं। जरूरत पड़ने पर कभी भी, कहीं भी राहत एवं बचाव कार्य के लिए जा सकते हैं।