अपना एयरपोर्ट भी जल्द ही वर्ल्ड क्लास, 1300 करोड़ की लागत से होगा हाईटेक

अगले 11 साल के ट्रैफिक को संभालने में सक्षम होगा टर्मिनल-3। मुसाफिरों को लंदन और दुबई जैसी विश्वस्तरीय सुविधाएं मिलेंगी।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Mon, 18 Feb 2019 09:17 PM (IST) Updated:Tue, 19 Feb 2019 04:31 PM (IST)
अपना एयरपोर्ट भी जल्द ही वर्ल्ड क्लास, 1300 करोड़ की लागत से होगा हाईटेक
अपना एयरपोर्ट भी जल्द ही वर्ल्ड क्लास, 1300 करोड़ की लागत से होगा हाईटेक

लखनऊ, जेएनएन। मेट्रो के बाद अब अपना एयरपोर्ट भी जल्द ही वल्र्ड क्लास सुविधाओं से लैस होगा। 1300 करोड़ रुपये की लागत से जहां अगले एक दशक तक ट्रैफिक संभालने की क्षमता होगी वहीं यात्रियों को लंदन और दुबई एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं मिलेंगी।

लखनऊ का चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट देश के सबसे तेजी से विस्तार होने वाले एयरपोर्ट में से एक है। यहां पर देश में सबसे ज्यादा सालाना करीब 24 प्रतिशत यात्रियों का इजाफा हो रहा है। जाहिर है इतनी तेजी से यात्रियों कर संख्या बढऩे से एयरपोर्ट को अब 2031 तक के ट्रैफिक को ध्यान में रखकर रनवे से लेकर बिल्डिंग को तैयार किया जा रहा है। टर्मिनल को बनाने का काम तेजी से शुरू हो गया है। यहां पर मिट्टी की खोदाई का काम चल रहा है जबकि निर्माण करने वाली कंपनी का साइट आफिस भी बन गया है। 

क्या होगा खास 

नहीं लगानी पड़ेगी लाइन 

टर्मिनल 3 कई आधुनिक सुविधाओं से युक्त होगा। यात्रियों को विमान में सवार होने से पहले अपने सामान की एक्सरे जांच के लिए लंबी लाइन में नहीं लगना होगा।  लखनऊ एयरपोर्ट पर पहली बार टर्मिनल 3 में इन लाइन बैगेज हैंडलिंग सिस्टम होगा। जिसमें बोर्डिंग काउंटर पर ही यात्री को अपना सामान चेकिंग के लिए देना होगा।  1383 करोड़ रुपये की लागत से तीन साल में टर्मिनल बनकर तैयार होगा।  टर्मिनल 3 के आगमन और प्रस्थान की सुविधा कोलकाता एयरपोर्ट की तरह होगी। इस एयरपोर्ट पर  प्रस्थान के लिए यात्री सीधे अपने वाहनों से ओवरब्रिज से जा सकेंगे।  बाहर से आने वाले विमानों का आगमन भूतल पर होगा। टर्मिनल 3 भवन का निर्माण 84 हजार वर्ग मीटर पर किया जाएगा। इसमें से 20 हजार वर्ग मीटर का बेसमेंट बनाया जाएगा। जबकि करीब पांच हजार वर्ग मीटर का सर्विस एरिया के अलावा टर्मिनल दो को जोडऩे वाले भवन का निर्माण छह हजार वर्ग मीटर पर होगा।  एयरपोर्ट टर्मिनल पर जब अधिक भीड़ होगी उस समय चार हजार यात्री टर्मिनल 3 में एक साथ अपनी यात्रा की शुरुआत कर सकेंगे। इसमें सबसे अधिक 3200 घरेलू टर्मिनल से जाने वाले विमानों के यात्री होंगे। जबकि आठ सौ अंतरराष्ट्रीय यात्री इंटरनेशनल विमानों से सफर करेंगे।  तेज मूवमेंट के लिए 30 लिफ्ट पांच एस्केलेटर  14 एयरोब्रिज होंगे टिकट के लिए 20 काउंटर 12 घरेलू और दो इंटरनेशनल सुरक्षा गेट  चार घरेलू और एक इंटरनेशनल बस लाउंज  छह कन्वेयर्स बेल्ट लगेंगे।   घरेलू यात्रियों के लिए 60 चेक इन काउंटर   अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए 15 चेक इन काउंटर  आगमन पर 20 इमिग्रेशन काउंटर और प्रस्थान के 16 इमिग्रेशन काउंटर कस्टम प्रक्रिया के लिए 37 ग्रीन डेस्क और 16 रेड डेस्क होंगी।  बिल्डिंग में चाइल्ड केयर रूम, प्राथमिक चिकित्सा, स्मोकिंग चेंबर, विश्रामालय और डयूटी फ्री शॉप होगी।  दिव्यांगजन के लिए अलग से रैंप 1500 कारों की मल्टीलेवल पार्किंग

झलकेगी लखनऊ की संस्कृति

आधुनिकता के साथ एयरपोर्ट पर लखनऊ की तहजीब और संस्कृति भी देखने को मिलेगी। रूमी गेट से लेकर तमाम अन्य एतिहासिक इमारतें की प्रतिकृति यहां देखने को मिलेगी। 

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