क्रय-केंद्रों पर भीग रहा गेहूं, किसान मायूस

सरकारी गेहूं क्रय केंद्रों पर किसानों की मेहनत पर

By JagranEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 10:02 PM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 10:02 PM (IST)
क्रय-केंद्रों पर भीग रहा गेहूं, किसान मायूस
क्रय-केंद्रों पर भीग रहा गेहूं, किसान मायूस

लखीमपुर : सरकारी गेहूं क्रय केंद्रों पर किसानों की मेहनत पर पानी फिर रहा है। केंद्रों पर खरीद बाधित होने के कारण किसान शुरू से परेशान हैं। अब बारिश होने के कारण उन्हें नुकसान उठाना पड़ रहा है। केंद्रों के बाहर कई दिनों से ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर गेहूं पड़ा है, जो बारिश में भीगकर खराब हो रहा है। इससे किसानों में आक्रोश व्याप्त हो रहा है। पहले से जिले में गेहूं की खरीद बंद चल रही है।

सोमवार को मंडियों, क्रय केंद्रों के बाहर खुले में पड़ा किसानों का गेहूं एक बार फिर भीग गया। इससे तीन दिन पहले भी गेहूं भीगा था। सबसे ज्यादा गेहूं मोहम्मदी मंडी में भीगा है। यहां हर बार बरसात में गेहूं भीग जाता है। किसानों का कहना है कि समय पर गेहूं खरीद लिया जाए तो न भीगे। भीगने के बाद गेहूं बर्बाद हो जाता है। जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे हैं। उधर गुरुवार को भी बारिश के कारण किसी भी क्रय केंद्र पर खरीद नहीं हुई। किसान अपना गेहूं बेचने के लिए क्रय केंद्रों के चक्कर लगा रहे हैं। किसानों का कहना है कि केंद्र प्रभारी कभी बारदाना न होने की बात कहकर नहीं खरीद रहे हैं तो कभी कोई अन्य बहाना बनाया जा रहा है। जिम्मेदार अधिकारी भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। सोमवार को भी बारिश होने के कारण खरीद बंद रही। मोहम्मदी: पिछले कई दिनों से मंडी समिति में गेहूं क्रय केंद्रों पर गेहूं की खरीद ठप हो जाने से सैकड़ों क्विंटल गेहूं सड़ जाने से दुर्गंध मार रहा है। मंडी में लगे 12 गेहूं क्रय केंद्रों पर केवल उन्हीं क्रय केंद्रों पर गेहूं की खरीद हो रही है जिनके पास बारदाना मौजूद है। क्रय केंद्रों पर मौजूद लोगों ने बताया कि सरकार द्वारा बारदाना ऑनलाइन न देने के कारण सैकड़ों क्विंटल गेहूं खुले आसमान के नीचे बारिश में भीगकर सड़ चुका है। मंगलवार 15 जून तक ही क्रय केंद्रों पर गेहूं की खरीद होनी है। मंडी में हर समय मौजूद रहने वाले लोगों ने बताया कि मंडी परिसर में जो गेहूं भारी बारिश से भीगकर सड़ चुका है। उससे काफी दूर तक दुर्गंध आ रही है। मंडी में सफाई न होने से महामारी फैलने का भी खतरा बढ़ गया है। कई बार जिम्मेदारों को भी कहा गया लेकिन, कोई सुनवाई नहीं हो रही है। मंडी समिति के कर्मचारी विनोद पाल से सैकड़ों क्विंटल सड़ चुके गेहूं के बारे में जानकारी की तो उन्होंने गेहूं सड़ने की बात ही नकार दी जबकि मंडी में इस समय भी काफी गेहूं सड़कर दुर्गंध मार रहा है। जिससे वहां बैठना मुश्किल है।

पिछले वर्ष से इस बार अधिक गेहूं की खरीद हो चुकी है। 30 जून 2020 तक 124504.97 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद 15928 किसानों से हुई थी जबकि 27390 किसानों से 168725.45 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की जा चुकी है। जिन जगहों पर गेहूं भीगने की सूचना मिली है जांच कराई जा रही है।

लालमणी पांडेय

जिला खाद्य विपड़न अधिकारी

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