बनबसा बैराज से चार लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से बाढ़ की आशंका

कई दिनों से लगातार पहाड़ों पर हो रही बरसात से बनवसा बैराज का जलस्तर काफी बढ गई है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 10:52 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 10:52 PM (IST)
बनबसा बैराज से चार लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से बाढ़ की आशंका
बनबसा बैराज से चार लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से बाढ़ की आशंका

लखीमपुर : कई दिनों से लगातार पहाड़ों पर हो रही बरसात से बनवसा बैराज का जलस्तर काफी बढ़ गया है। बैराज की सुरक्षा को देखते हुए शारदा नदी में पानी का रिलीज बढ़ा दिया गया है। शनिवार को सुबह आठ बजे 1.80 लाख तथा दोपहर दो बजे 1.92 लाख क्यूसिक पानी रिलीज किया जा रहा था। इसके यहां इलाके में पहुंचने पर चार लाख क्यूसिक हो जाने की संभावना है। इससे नदियों के आसपास बसे गांवों में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है।

बनवसा बैराज से ज्यादा पानी छोड़े जाने की सूचना मिलने पर जिला अधिकारी अरविद चौरसिया ने सभी एसडीएम को सतर्क रहने व निचले इलाकों में रह रहे लोगों को वहां से निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। डीएम ने पुलिस कर्मियों को भी तैयार रहने तथा बाढ़ के समय जरूरत पड़ने वाली नावों को भी तैयार रखने को कहा है। साथ ही जरूरत पड़ने पर बहराइच से एनडीआरएफ की टीम को भी बुलाने की बात कही है।

लगातार हो रही बारिश से बनवसा बैराज का जलस्तर बढ़ रहा है। बैराज में एक निश्चित सीमा तक ही पानी को रोका जा सकता है उसके बाद पानी बढ़ने पर बांध को खतरा बढ़ जाता है। ऐसी दशा में अतिरिक्त पानी को शारदा समेत अन्य सहायक नदियों में रिलीज कर दिया जाता है। शुक्रवार रात से बैराज से पानी रिलीज किया जा रहा है जिससे शुक्रवार शाम को खतरे के निशान से 30 सेमी नीचे बह रही शारदा नदी शनिवार को सुबह फिर से खतरे के निशान से 31 सेमी ऊपर पहुंच गई। उधर डीएम की चेतावनी के बाद एसडीएम डॉ. अमरेश कुमार ने सभी कर्मचारियों को अलर्ट कर दिया है। सभी लेखपालों को बाढ़ से प्रभावित होने वाले गांवों में भेजकर मुनादी कराई जा रही है। साथ ही लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा जा रहा है। जिससे जानमाल की हानि न हो सके।

एसडीएम डॉ. अमरेश कुमार व तहसीलदार आशीष कुमार सिंह ने बताया कि नदी के किनारे बसे व हर साल बाढ़ प्रभावित होने वाले ग्राम आजाद नगर बर्बाद नगर खालेपुरवा, आदि गांवों में रह रहे लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने को कह दिया गया है। ग्रामीण पलिया में बने आश्रय स्थल में भी आकर रह सकते हैं, लेकिन अभी कोई आया नही है।

क्षेत्र में स्थित शारदा नदी हर साल बरसात के दिनों में जमकर तबाही मचाती है। सबसे ज्यादा शारदा नदी खजुरिया, गोबिद नगर श्रीनगर, आजाद नगर, बर्बाद नगर, बोझवा, दौलतापुर, पिपरिया भूड़, देशराज टांडा, छंगाटांडा, ढ़किया शाहपुर क्षेत्र में कहर बरपाती है। यहां हर साल ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है और बाढ़ से हजारों एकड़ जमीन व फसल नदी की भेंट चढ़ जाती है। जिलाधिकारी के निर्देश के बाद किसी भी अनहोनी से निपटने के लिए स्थानीय व पुलिस प्रशासन अलर्ट हो चुका है और ग्रामीणों को सुरक्षित बचाने के काम में लग गया है। एनडीआरएफ की टीम को भी बहराइच से पलिया के लिए बुला लिया गया है।

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