जश्ने ईद मिलादुन्नबी आज, मस्जिदों में होंगी दुआएं

जश्ने ईद मिलादुन्नबी शुक्रवार को पूरे जिले में शांति के साथ मनाया जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Oct 2020 11:51 PM (IST) Updated:Thu, 29 Oct 2020 11:51 PM (IST)
जश्ने ईद मिलादुन्नबी आज, मस्जिदों में होंगी दुआएं
जश्ने ईद मिलादुन्नबी आज, मस्जिदों में होंगी दुआएं

लखीमपुर : जश्ने ईद मिलादुन्नबी शुक्रवार को पूरे जिले में शांति के साथ मनाया जाएगा। अकीदतमंद मस्जिदों में नमाज के दौरान कलाम पाक पढ़कर बख्शेंगे और मुल्क की सलामती की दुआ करेंगे। त्योहार को लेकर बीते तीन दिनों से शहर के बाजारों में खरीदारी की जा रही है। जानमाज, तस्वीह, कलाम पाक आदि जहां खरीदा जा रहा है, वहीं इस्लामिक नारे लिखे हुए झंडे बाजार में खूब बिक रहे हैं। इसमें 10 रुपये से 30 रुपये तक बाइक में लगाने वाले झंडे हैं। इसके अलावा जुलूस में या घरों पर लगाने वाले झंडे 300 रुपये से 400 रुपये तक हैं।

थरवरनगंज के बाजार में जामा मस्जिद के पास सुबह से लेकर शाम तक बीते तीन दिनों से बराबर भीड़ जुट रही है। वहां लोग खरीदारी कर रहे हैं। कोरोना प्रोटोकॉल के चलते अकीदतमंदों ने इस बार यह त्योहार घरों पर ही मनाने का निर्णय लिया है। शासन-प्रशासन ने भी संख्या बल या जुलूस पर पूरी तरह पाबंदी लगा रखी है। मीनार मस्जिद के पेश इमाम हाफिज मौलाना अशफाक कादरी ने बताया कि कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मस्जिदों में अकीदतमंद नमाज पढ़ेंगे। उन्होंने बताया कि मजहब-ए-इस्लाम के आखरी पैगंबर मो. सल्ल. का जन्म इस्लामिक कैलेंडर के रबी-उल-अव्वल महीने कि 12 तारीख को हुआ था। इसे ग्रेगेरियन कैलेंडर के मुताबिक अप्रैल 571 ईसवीं में माना जाता है।

पैगंबर इस्लाम की पैदाइश का त्योहार मनाने के लिए शहर की सुनहरी मस्जिद, मीनार मस्जिद समेत अन्य मस्जिदों को बिजली की रंग-बिरंगी रोशनी वाली झालरों से सजाया गया है। लोगों ने घरों पर भी झंडे लगाकर खुशी का इजहार किया है।

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