नीलगाय बनी निवाला, झाले पर लगाई दहाड़

जागरण टीम लखीमपुर सर्दी बढ़ते ही जंगल मे रहने वाले बाघ तेंदुआ जैसे वन्यजीव गन्ने के खेतों को ठिकाना बनाने लगे हैं। महेशपुर में बाघ की दहशत लोगों को भयभीत कर रही है वहीं दूसरी ओर बालक को निवाला बनाने वाले तेंदुए की धर-पकड़ के लिए वन विभाग हाथ-पैर मार रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 14 Nov 2019 10:35 PM (IST) Updated:Thu, 14 Nov 2019 10:35 PM (IST)
नीलगाय बनी निवाला, झाले पर लगाई दहाड़
नीलगाय बनी निवाला, झाले पर लगाई दहाड़

लखीमपुर: सर्दी बढ़ते ही जंगल मे रहने वाले बाघ, तेंदुआ जैसे वन्यजीव गन्ने के खेतों को ठिकाना बनाने लगे हैं। महेशपुर में बाघ की दहशत लोगों को भयभीत कर रही है, वहीं दूसरी ओर बालक को निवाला बनाने वाले तेंदुए की धर-पकड़ के लिए वन विभाग हाथ-पैर मार रहा है।

ममरी: महेशपुर रेंज में गन्ने के खेतों में आए दिन बाघ व तेंदुए के हमले की घटनाएं हो रही हैं। देवीपुर बीट के जंगल से निकली कठिना नदी के उत्तर अयोध्यापुर निवासी श्याम मनोहर के गन्ने में बाघ ने नीलगाय को निवाला बना लिया। दूसरी घटना में यहां से 12 किमी. दूर इसी बीट के ग्राम पर वस्तनगर में साधु सिंह, गजेंद्र सिंह के झालों के सामने बनी पशुशाला तक बाघ ने दस्तक दी और दहाड़ लगाई। कुत्तों व ग्रामीणों के खदेड़ने पर वह गन्ने के खेतों में चला गया। वनकर्मी ग्रामीणों को अलर्ट कर समूह में निकलने, हाका लगाने व सतर्कता बरतने की सलाह दे रहे हैं।

तेंदुआ पकड़ने को लगे कैमरे, एसटीपीएफ भी पहुंची

वाइल्डलाइफ ट्रस्ट आफ इंडिया की टीम के बाद स्पेशल टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स ने भी धौरहरा के बेलागढ़ी गांव में मोर्चा संभाल लिया है। गुरुवार को एसटीपीएफ का एक प्लाटून कमांडर और छह जवान यहां पहुंच गए।

बेलागढ़ी में सोमवार को दिनदहाड़े हिसक पशु के हमले में 12 वर्षीय बालक मनोज की मौत हो गई थी। घटना के बाद पहुंची वन विभाग की टीम ने पगमार्क देखने के बाद हिसक पशु के तेंदुआ होने की बात कही थी। बुधवार को डब्ल्यूटीआइ की टीम यहां आई और रास्ते पर कैमरे लगाए थे। इसी रात विभाग ने दो पिजरे भी भेज दिए जो गुरुवार को लगा दिए गए। कैमरे लगाने के बाद दूसरे दिन एसटीपीएफ के पहुंचने से यह आशंका पैदा हो गई है कि तेंदुआ बताया गया हिसक पशु वास्तव में कहीं बाघ तो नहीं है।

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