दुधवा के दम पर बढ़ा देश में बाघों का कुनबा

दुधवा टाइगर रिजर्व किशनपुर और कर्तनिया घाट में बढ़ी बाघों की संख्या। तराई क्षेत्र व दुधवा टाइगर रिजर्व में संख्या पौने दो सौ के करीब पहुंची।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 12 Jul 2020 10:19 PM (IST) Updated:Sun, 12 Jul 2020 10:19 PM (IST)
दुधवा के दम पर बढ़ा देश में बाघों का कुनबा
दुधवा के दम पर बढ़ा देश में बाघों का कुनबा

लखीमपुर : अपने तय समय से पहले ही देश में दो गुने हुए बाघों की संख्या में दुधवा टाइगर रिजर्व में पल रहे बाघों का योगदान भी अहम है। तराई में घास के जंगल, जंगल से सटे गन्ने के खेत और खाने के लिए जंगली जानवरों का पसंदीदा भोजन भला बाघों को इससे ज्यादा और क्या चाहिए। वही हो रहा है..दुधवा टाइगर रिजर्व प्रशासन की सक्रियता और बाघों के अनुकूल माहौल का ही असर है जो यहां बाघों का कुनुबा लगभग पौने दो सौ के आंकड़ों को पार कर चुका है। यहां टाइगर रिजर्व के अलावा पीलीभीत टाइगर रिजर्व, किशनपुर सेंचुरी, कर्तनिया घाट और महेशपुर रेंज में बाघों की भरमार सी होती जा रही है। पता ये भी चला है कि दुधवा व पीलीभीत टाइगर रिजर्व को मिलाकर पचास से ज्यादा बाघ यहां बढ़े हैं। इनकी संख्या का बढ़ना लगातार जारी है। पार्क प्रशासन को उम्मीद है कि अगली गणना तक ये संख्या और बढ़ जाएगी। घास के जंगल, रेत और भोजन ही बाघ की पसंद बाघों की दुनिया को जानने वाले वन्य जीव-जंतु प्रेमियों की मानें तो बाघों को घने घास के जंगल, रेत और पसंदीदा भोजन के अलावा और कुछ प्रिय नहीं होता। ये सारा माहौल उसे दुधवा टाइगर रिजर्व में मिल रहा है। जंगल से सटे गन्ने के खेत भी बाघों को सुरक्षित रखने में उनका तब ठिकाना बनते हैं जब जंगलों में पानी भर जाता है। एक मोटे अनुमान के मुताबिक पिछली गणना के अनुपात में इस पूरे इलाके में पचास से ज्यादा बाघों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। जो देश के अन्य अभ्यारणों की तुलना में काफी स्वस्थ व मजबूत है। जिम्मेदार की सुनिए देश में बाघों को लेकर जो रिकार्ड बना है उसमें दुधवा टाइगर रिजर्व में बढ़े बाघों की संख्या का भी महत्वपूर्ण योगदान है। पार्क में बाघों के संरक्षण व उनकी सुरक्षा को लेकर खास अभियान भी चलाए जाते हैं यही कारण है कि देश में कुल पाए 2967 बाघों में करीब पौने दो सौ बाघ टाइगर रिजर्व के भी शामिल हैं। अभी ये संख्या लगातार बढ़ेगी ही ऐसी उम्मीद की जा रही है।

संजय पाठक

फील्ड डायरेक्टर दुधवा नेशनल पार्क

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