आम के बाग में आया बाघ, कार के शीशे पर मारा झपट्टा
थाना क्षेत्र के सिगाही के ग्राम पंचायत नौरंगाबाद निवासी गुरजीत सिंह बब्बू सोमवार को आम के बाग में था तभी यहां बाघ दिखा।
लखीमपुर: थाना क्षेत्र के सिगाही के ग्राम पंचायत नौरंगाबाद निवासी गुरजीत सिंह बब्बू सोमवार की सुबह अपनी बागवानी की देखभाल में लगे हुए थे। इसी बीच उन्होंने बाघ को देखा तो वह हक्के-बक्के रह गए। ये खबर आग की तरह फैलते देर नहीं लगी। क्षेत्रीय ग्रामीण इकठ्ठा होकर बाघ को खदेडने के लिए ट्रैक्टर और कई वाहन लेकर शोर मचाने लगे। इस पर बाघ बागवानी छोड़कर भाग गया। इस बीेच इसी बाघ के एक ग्रामीण की कार के शीशे के सामने आने व झपटटा मारने की खबर व फोटो भी इंटरनेट मीडिया पर खूब वायरल हुई। मौके पर पहुंचे वनकर्मी सिर्फ लोगों से अपील करते रहे लेकिन, बाघ को खदेड़ने का कोई ठोस इंतजाम नहीं किया। इससे पहले ग्राम पंचायत नौरंगाबाद के निबुआ फार्म निवासी राधे पुत्र लल्लू जो अपने जानवरों के लिए रविवार को चारा लेने जा रहे थे उन पर बाघ ने हमला कर दिया। लोगों के शोर मचाने पर बाघ छोड़कर भाग गया। कुछ दिन पहले एक मवेशी पर भी हमला कर चुका है। दो-तीन महीने से बाघ की दहशत का माहौल बना हुआ है। इधर नौरंगाबाद में बाघ की सूचना मिलने पर मौके पर वन क्षेत्राधिकारी विमलेश कुमार ने बताया कि घटना स्थल से जंगल की दूरी मात्र 200 मीटर है। इस समय जंगल में पानी ना होने से बाघ जंगल के बाहर आ रहे हैं। इससे पहले भी बाघ जंगल से बाहर आता था। लेकिन गन्ने ओर गेंहू की फसल होने के कारण दिखाई नही देता था। अब खेत खाली पड़े हुए हैं इसलिए साफ दिखाई दिए जा रहे हैं। बाघ ने किसी भी चार पहिया वाहन पर हमला नहीं किया। जब वह मौके पर पहुंचे थे। तो बाघ पेड़ के नीचे सो रहा था और उसे खदेड़ने के लिए कार और ट्रैक्टरों का सहारा लिया गया। उसके बाद बाघ को जंगल की तरफ खदेड़ दिया गया था। मंगलवार को हाथियों से कांबिग करा कर बाघ को जंगल के अंदर किया जाएगा ।
जिम्मेदार की सुनिए
डीडी बफर डॉ. अनिल पटेल का कहना है कि बाघ के मूवमेंट पर लगातार नजर रखी जा रही है। प्रयास किया जा रहा है कि उसे जंगल की ओर मोड़ वापस भेज दिया जाए। इसके लिए वनकर्मियों को बाघ पर सघन नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं।