दूसरे दिन भी नहीं चली एंबुलेंस, मरीजों को दिक्कत

लखीमपुर सुंदरवल के परमजीत सिंह के पिता गुरमुख सिंह को कार से जिला अस्पताल आना पड़ा। 80 स

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 11:03 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 11:03 PM (IST)
दूसरे दिन भी नहीं चली एंबुलेंस, मरीजों को दिक्कत
दूसरे दिन भी नहीं चली एंबुलेंस, मरीजों को दिक्कत

लखीमपुर : सुंदरवल के परमजीत सिंह के पिता गुरमुख सिंह को कार से जिला अस्पताल आना पड़ा। 80 साल की उम्र में बीमार हो जाने से वे काफी परेशान थे, एंबुलेंस नहीं मिल सकी। नकहा ब्लाक से आई फूलकुमारी को बाइक के द्वारा लाया गया और भर्ती कराया गया फरधान के 20 साल के बिस्मिल के पेट में तेज दर्द होने के कारण उन्हें जिला अस्पताल आना पड़ा एंबुलेंस नहीं मिली तो अपने भाई की बाइक पर बैठाकर लाया गया। इसी तरह रश्मि त्रिवेदी को भी बाइक के द्वारा अस्पताल पहुंचाया गया यही हाल लगभग महिला चिकित्सालय का रहा। वहां भी प्रसूताओं को ई-रिक्शा से लाया गया। मंगलवार को दूसरे दिन एंबुलेंस की हड़ताल के कारण जिला अस्पताल में आने वाले मरीजों को अपने निजी साधनों या किराए के साधनों से आना पड़ा।

विलोबी मैदान में एंबुलेंस का चक्का जाम कर विरोध जता रहे एंबुलेंस कर्मियों में दूसरे दिन काफी रोष दिखाई दिया। दो गुने उत्साह से उन्होंने अपनी प्रदेशव्यापी हड़ताल को आगे बढ़ाते हुए कहा कि जरूरत पड़ी तो वे इमरजेंसी सेवाएं भी ठप कर देंगे।

जीवनदायिनी स्वास्थ विभाग 108 102 एंबुलेंस कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष पवन शुक्ला महामंत्री पंकज गुप्ता ने संयुक्त रूप से बताया कि लखनऊ में जीवीके कंपनी ने प्रदेश अध्यक्ष हनुमान पांडेय समेत महामंत्री बृजेश कुमार, कोषाध्यक्ष सुशील कुमार पांडेय समेत पूरी प्रदेश कमेटी के लोगों को नौकरी से निकाल दिया है। इसे लेकर पूरे प्रदेश में एंबुलेंस कर्मियों में रोष है। उपाध्यक्ष अतुल कुमार ने बताया कि कोरोना महामारी के समय सबसे ज्यादा काम करने वाले मरीजों को लाने ले जाने वाले एंबुलेंस कर्मियों के साथ इतना बड़ा भेदभाव किया जाना न्यायोचित नहीं है, वह आने वाले समय में इसका जवाब सरकार को भी देंगे। विरोध प्रदर्शन के दौरान गांधी स्टेडियम पर सैकड़ों की संख्या में एंबुलेंस कर्मियों ने अपनी मांगे न माने जाने तक हड़ताल का ऐलान किया।

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