डीएम के पहुंचने से पहले पहुंची उनके आने की खबर, मिला सब 'ओके'
दो दिन पहले पेट्रोल डालकर किसान ने जला दी थी धान की फसल
लखीमपुर: पिछले कई दिनों से मोहम्मदी की मंडी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा था। किसान अनगिनत समस्याओं से दो-चार हो रहे थे, बदइंतजामी की ये हद ही थी जब तीन दिन से मंडी में डेरा डाले एक किसान को अपनी फसल जलाने की भी हिमाकत करनी पड़ी।
यह सब देख सुनकर डीएम डा. अरविद चौरसिया सोमवार को अचानक मोहम्मदी की मंडी पहुंच गए। मगर यहां के इंतजाम देख वह हैरत में थे, यहां पर सबकुछ ओके था। बताया ये गया कि डीएम मोहम्मदी की मंडी आ रहे हैं ये खबर उनके आने के पूरा एक दिन पहले आ गई।
डीएम ने कृषि उत्पादन मंडी समिति में लगे धान क्रय केंद्रों का निरीक्षण किया। क्रय केंद्र संचालकों को जिलाधिकारी के दौरे की पूर्व सूचना होने के चलते सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद मिलीं। मोहम्मदी कृषि उत्पादन मंडी समिति में लगे क्रय केंद्रों पर जिलाधिकारी डा. अरविद चौरसिया खुद पहुंचे। उन्होंने क्रय केंद्रों पर किसानों को दी जा रही व्यवस्थाओं का भी निरीक्षण किया। जहां उन्हें सब कुछ सही मिला।
जिलाधिकारी के निरीक्षण के दौरान उपजिलाधिकारी पंकज कुमार श्रीवास्तव, सीओ राजेश कुमार यादव, एएममो भूपेंद्र सिंह, मंडी इंस्पेक्टर निधि श्रीवास्तव मंडी सचिव डीएस सहित सभी मंडी समिति के कर्मचारी मौजूद रहे।
औचक निरीक्षण में ये बोले डीएम
जिलाधिकारी ने बताया कि धान क्रय केंद्र सभी उन किसानों का धान खरीदेंगे, जिन्होंने अपना रजिस्ट्रेशन कराया है। उन्होंने कहा कि किसान रजिस्ट्रेशन कराएं और अपना धान क्रय केंद्रों पर लाएं यदि धान में कुछ कमी भी होगी। तब भी धान खरीदा जाएगा। डीएम ने कहाकि बिचौलियों को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और खरीदे गए धान का भुगतान किसानों के खातों में अति शीघ्र करने की व्यवस्था सरकार ने की है।जिलाधिकारी ने कहा जिन सोसाइटी या क्रय केंद्र की धान की खरीद ठीक नहीं होगी, उसको ब्लैक लिस्टेड कर दिया जाएगा।
मोहम्मदी मंडी में बनाए गए 12 क्रय केंद्र
मोहम्मदी मंडी में 12 सेंटर लगाए गए हैं। जिस पर तौल सुचारू रूप से शुरू है। सभी किसान अपना धान मंडी लाएं। उन्होंने किसानों के भुगतान पर कहा जो समय सीमा है उसी समय पर सबका भुगतान आ रहा है। मंडी गेट पर हेल्प डेस्क लगाया गया। फर्जी खरीद बंद हो। धान खरीद संतोषजनक ना पाए जाने पर वह सेंटर ब्लैक लिस्टेट किया जाएगा और टोकन जनरेट होने के बाद अगर किसान धान नहीं लाता है, तो रजिस्ट्रेशन निरस्त किया जाएगा।