सात संक्रमित मरीजों की मौत, 319 नए मरीज मिले
कोरोना से मरने वाले संक्रमित मरीजों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है।
लखीमपुर: कोरोना से मरने वाले संक्रमित मरीजों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। पिछले 24 घंटे में कोरोना की वजह से सात मरीजों की मौत हो गई। जिससे मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 155 हो गया है। खास बात यह है कि प्रशासन जिला अस्पताल में सांस की बीमारी की वजह से होने वाली मौतों का आंकड़ा जारी नहीं कर रहा है। जिला अस्पताल में प्रतिदिन 15 से 20 मौतें हो रही हैं। जबकि जिले भर में 319 नए मरीज चिन्हित किए गए हैं। नए मरीज मिलने से एक्टिव केस 3482 हो गए हैं। शुक्रवार को जारी आंकड़े के मुताबिक लखीमपुर शहर व आसपास के गांव के साथ ही पलिया ब्लॉक में भी सबसे ज्यादा मरीज मिले हैं। ब्लॉक लखीमपुर में 119, नकहा में तीन, फूलबेहड़ में 16, ईसानगर में नौ, धौरहरा में पांच, निघासन में नौ, रमियाबेहड़ में सात, बांकेगंज में पांच, पसगवा में दो, मितौली में एक, कुम्भी में 34, पलिया में 81, बिजुआ में दो, बेहजम में आठ और मोहम्मदी में 18 नए मरीज पाए गए हैं। नेपाली सेना ने धनगढ़ी में अस्थाई अस्पताल बनाकर शुरू की ओपीडी नेपाल के जिला कैलाली में जिला अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए नेपाली सेना ने अलग अस्पताल बनाकर ओपीडी सेवा शुरू कर दी है। इससे उन लोगों को राहत मिलेगी जो कोरोना संक्रमित नहीं हैं पर किसी अन्य बीमारी से परेशान हैं। सेना की इस पहल से मौसमी बीमारियों व एक्सीडेंटल मरीजों को सुविधाएं मिल सकेंगी।
कोरोना संक्रमण न होने के बाद भी काफी लोग मौसमी बीमारियों के चलते परेशान हैं। इसके इलाज के लिए जिला अस्पताल में हो रही भीड़ भाड़ से बचने के लिए सरकार ने ओपीडी सेवा बंद कर दी थी। पर इससे नागरिक परेशान होने लगे उन्हे कहीं कोई इलाज ही नहीं मिल पा रहा था। ओपीडी सेवा बंद होने से परेशान मरीजों की हालत देखकर सेना ने नान कोविड उपचार शुरू किया है। उधर भारत के विभिन्न राज्यों से स्वदेश लौट रहे लोगों का आना अभी जारी है। कोरोना की दूसरी लहर ने तराई के जिलों में अपनी पैठ जमा ली है। जिसके चलते कैलाली में गुरुवार को चार लोगों की मौत हुई है।