लोगों को संवैधानिक अधिकार दिला रहे राकेश
हर किसी को उनके संवैधानिक अधिकारों की स्वतंत्रता का अधिकार मिलता रहे आजाद देश में इसके निमित्त प्रहरियों की अहम भूमिका रही है। अधिवक्ता राकेश कुमार मिश्रा का व्यक्तित्व और कृतित्व इसी के लिए समर्पित है।
लखीमपुर: अपने अधिकार के लिए संघर्ष करना हो या दूसरों को उनके अधिकार के लिए जागरूक करना हो, इसके लिए बुनियादी जरूरत अधिकारों की जानकारी होती है। हर विचार को आजादी और हर किसी को उनके संवैधानिक अधिकारों की स्वतंत्रता का अधिकार मिलता रहे, आजाद देश में इसके निमित्त प्रहरियों की अहम भूमिका रही है। अधिवक्ता संघ के पूर्व अध्यक्ष व दीवानी के वरिष्ठ अधिवक्ता राकेश कुमार मिश्रा का व्यक्तित्व और कृतित्व इसी के लिए समर्पित है। उन्होंने लोगों को उनके संवैधानिक अधिकारों की जानकारी दी और न्याय भी दिलाया।
राकेश ने शहर में अनाधिकृत पट्टों के निरस्तीकरण की आवाज बुलंद की। नगर पालिका लखीमपुर के मनमाने तरीके से ग्रह कर व जलकर आरोपित करने के खिलाफ आवाज उठाई। शहर के लोगों को इस समस्या से नगर पालिका के वकील होते हुए निजात दिलाई। बिजली विभाग में अधिवक्ता नियुक्त हुए तो वहां गलत बिलिग के खिलाफ लोगों को न्याय दिलाया। राकेश मानते हैं कि हर नागरिक की जिम्मेदारी है कि वह अपने संवैधानिक और मौलिक अधिकारों को जाने पहचाने। हनन होने पर आवाज उठाए और संवैधानिक अधिकारों को पाने के लिए संघर्ष करे। यह किए प्रयास
1-जिले में चकबंदी बंदोबस्त के समय सड़क के किनारे कुछ भूमि सुरक्षित छोड़ी गई जो बाद में पीडब्ल्यूडी के नाम दर्ज हुई। बाद में कई स्थानों पर यह भूमि बंजर या परती में दर्ज हो गई। ग्राम प्रधान व तहसील कर्मियों ने अवैध रूप से इनके पट्टे कर दिए। तत्कालीन डीएम सोलंकी के सामने समस्या उठाई जांच भी शुरू हुई।
2-नगर पालिका में मनमाने तरीके से परंपरागत रूप से भवन स्वामियों पर ग्रह कर व जलकर आरोपित कर दिया जाता था। अधिकारियों को संवैधानिक व विधिक स्थिति बताई समस्या का अंत हुआ।
3- शहर से सटे कस्बा खीरी में विधिक शिविर में हजारों लोगों की मौजूदगी में संवैधानिक अधिकार के विषय पर मुख्य वक्ता के रूप में लोगों को उनके संवैधानिक अधिकारों की जानकारी दी।