स्टीम चालित क्रेन भी अब विदाई की कगार पर
क्रेन नंबर 1535 जो कि हर रेल आपदा में साथ देती रही थी अब मैलानी से रुख्सती(विदाई) की कगार पर है।
लखीमपुर: मैलानी- बहराइच के मध्य रेल यातायात शनिवार से बंद होने के बाद अब रेलवे की संकटमोचन भी मैलानी से विदा हो जाएगी। इस संकटमोचन ने बिना किसी नाज नखरे के रेलवे की हर मुसीबत में साथ देकर मुसाफिरों का सफर आसान बनाया था।
जी हां ! बात हो रही है स्टीम पॉवर मतलब कोयला जनित उर्जा से चलने वाली क्रेन की जो कि रेलमार्ग बेपटरी हो जाने पर दिन रात की परवाह किए बिना रेलवे की जी तोड़ मदद करती रही है। रेलवे के मैकेनिकल विभाग की क्रेन नंबर 1535 जो कि हर रेल आपदा में साथ देती रही थी, अब मैलानी से रुख्सत (विदाई) की कगार पर है। 35 टन क्षमता की यह क्रेन कई ट्रेन दुघर्टनाओं में रेलवे के लिए संकटमोचन बन चुकी है। अभी जनवरी 2020 में इस क्रेन का पीओएच हुआ था। रेलवे कैरिज विभाग को भी क्या पता कि इतनी जल्द इसको विदा करना पड़ेगा। 2015 में इस क्रेन को इज्जतनगर मंडल से लखनऊ मंडल में भेजा गया था। रेलवे के सभी विभागों की मददगार रही यह क्रेन भी अब मैलानी से विदा हो जाएगी, या फिर रेलवे इसे प्रस्तावित म्युजियम का हिस्सा बना सकती है।