आधी संख्या में स्कूलों में पहुंचे नौनिहाल, कोविड प्रोटोकाल के तहत लगीं कक्षाएं

तकरीबन एक साल के बाद सोमवार को परिषदीय प्राथमिक

By JagranEdited By: Publish:Mon, 01 Mar 2021 10:47 PM (IST) Updated:Mon, 01 Mar 2021 10:47 PM (IST)
आधी संख्या में स्कूलों में पहुंचे नौनिहाल, कोविड प्रोटोकाल के तहत लगीं कक्षाएं
आधी संख्या में स्कूलों में पहुंचे नौनिहाल, कोविड प्रोटोकाल के तहत लगीं कक्षाएं

लखीमपुर : तकरीबन एक साल के बाद सोमवार को परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों समेत निजी प्राइमरी स्कूल खुले। पहले दिन स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति 50 फीसद ही रह, जिन्हें कोविड प्रोटोकॉल के तहत कक्षाओं में बैठाया गया।

सदर ब्लॉक में शहर समेत आसपास के क्षेत्रों के सभी प्राइमरी स्कूल तय समय पर सुबह नौ बजे खुल गए। अध्यापकों की उपस्थिति शत-प्रतिशत रही, जबकि बच्चे कम ही आए। बच्चों को कक्षाओं में उचित दूरी पर बैठाया गया। ज्यादातर स्कूलों में पहले दिन बच्चों को कोविड से बचने के लिए बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में बताया गया।

गोलागोकर्णनाथ : शहर क्षेत्र के परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों के उपस्थित शत-प्रतिशत रही, जबकि पंजीकृत बच्चों के सापेक्ष उपस्थिति में बेहद कमी रही। सोमवार को पहले दिन टर्न के मुताबिक कक्षा से एक से पांच तक के बच्चों में रामविलास प्राथमिक विद्यालय में कक्षा एक में 14 पंजीकृत बच्चों के सापेक्ष छह बच्चे, कक्षा पांच में 13 पंजीकृत बच्चों के सापेक्ष दो बच्चे मौजूद रहे।

बांकेगंज : प्राथमिक विद्यालय समय से खुला। विद्यालय में नियुक्त चार शिक्षिकाएं मौजूद रहीं। विद्यालय में कक्षा एक व पांच में बच्चों की उपस्थिति 37 रही, जबकि पंजीकृत बच्चे 129 हैं। विद्यालय के बच्चे मास्क लगाए हुए थे। पूरनपुर प्राथमिक विद्यालय में खंड शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार सिंह ने निरीक्षण किया।

कुकरा : कक्षा एक से पांच तक 556 बच्चों का पंजीकरण है। पहले दिन है बच्चे बहुत कम आए। बच्चों को मास्क नहीं दिए गए। सभी बच्चे बिना मास्क कक्षा में बैठे मिले। मैलानी : पहले दिन स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति सामान्य रही। कुछ स्कूलों में कोविड-19 के प्रोटोकाल के अनुसार क्लास लगी, तो कुछ में बच्चे बिना मास्क के स्कूलों में आए। निजी विद्यालयों में ज्यादातर बच्चे मास्क लगाकर आए और शारीरिक दूरी का भी पालन हुआ। सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों के आगमन पर शिक्षकों ने स्वागत किया और कई विद्यालयों को गुब्बारों से सजाया भी गया। मूड़ासवारान : स्थानीय प्राथमिक विद्यालय सुबह नौ बजे नियत समय पर सहायक अध्यापक आशिद अली पढ़ाते हुए मिले। स्कूल में कक्षा पांच में नामांकित 37 बच्चों के सापेक्ष में 16 उपस्थित मिले। कक्षा एक में नामांकित 28 बच्चों में 12 उपस्थित मिले। पलियाकलां : कोरोना का असर कम होने के बाद सोमवार से प्राथमिक स्कूलों में भी पढ़ाई का काम शुरू करा दिया गया। पहले दिन तो कक्षा एक से पांच तक के बच्चे स्कूल आए। उन्हें शारीरिक दूरी का ख्याल रखते हुए बैठाया गया। पहले दिन बच्चों को कुछ पढ़ाया नहीं गया, बल्कि उन्हें कोरोना से बचाव के उपायों की जानकारी दी गई। बीईओ ओमकार सिंह ने बताया कि स्कूल तो पहले से ही खुल रहे थे, इसलिए व्यवस्था चाक चौबंद थी। उन्होंने बताया कि अधिकांश स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति 80 फीसद से अधिक रही।

मालपुर : प्राथमिक विद्यालय हजूरपुरवा में समय से अध्यापक विद्यालय में मौजूद रहे। साथ ही बच्चों को हाथ धुलवा कर सैनिटाइज कराया गया। पहले दिन बच्चों की संख्या अपेक्षाकृत कम रही।

भीरा : विद्यालय निर्धारित समय नौ बजे खुले, अध्यापक भी समय पर आए लेकिन, बच्चों की उपस्थिति कम रही। भीरा के प्राथमिक विद्यालय में 18 बच्चे मौजूद मिले। मास्क किसी बच्चे के नहीं लगा पाया गया। अलबत्ता दूरी का पालन दिखाई दिया।

चंदनचौकी : प्राथमिक विद्यालय गोबरौला, रामनगर पुरैना, रामगढ़ सहित सभी विद्यालयों में पहला दिन प्रेरणा व ज्ञानोत्सव के रूप में मनाया गया। शिक्षक कौशल प्रजापति ने बताया कि बच्चों को स्कूल में आने से पहले सैनिटाइजर से हाथ साफ करवाने के साथ साथ शारीरिक दूरी का पालन कराया गया।

पसगवां : पहले दिन अपेक्षाकृत बच्चों की संख्या बेहद कम रही। यूपीएस व पीएस सल्लिया, मस्तीपुर, गोविदापुर आदि कई स्कूल समय के बाद खुले। पीएस सल्लिया में तो बच्चों से स्कूल की सफाई का कार्य कराया गया। भौनापुर में लगा इंडिया मार्क हैंडपंप बंद होने से पानी की किल्लत बनी रही ।

खीरीटाउन : स्कूलों को बच्चों के स्वागत के लिए काफी सजाया गया था। स्कूल में प्रवेश करते ही बच्चों को रंग बिरंगे गुब्बारे, बिस्कुट दिए गए।

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