फार्मासिस्टों ने आंदोलन के दूसरे चरण में किया सरकार का ध्यानाकर्षण
लखीमपुर अपनी मांगों को लेकर आंदोलन का मन बना चुके डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन के
लखीमपुर : अपनी मांगों को लेकर आंदोलन का मन बना चुके डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन के सभी सदस्य व पदाधिकारियों ने मांगे न माने जाने पर स्वास्थ्य मेले में काला फीता बांधकर विरोध जताया। डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन के कार्यक्रम के अनुसार जिले के फार्मासिस्टों ने आंदोलन के पहले चरण में चार दिसंबर को सीएमओ आफिस पर धरना दे कर मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा था।
डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन (डीपीए) के जिला मंत्री डा. अनिल कुमार ने बताया कि आंदोलन के दूसरे चरण में सभी फार्मासिस्टों ने पांच दिसंबर को काला फीता बांधकर विरोध प्रदर्शन करते हुए स्वास्थ्य मेले में ड्यूटी की है। सोमवार प्रदेश के फार्मासिस्टों के साथ जिले के फार्मासिस्टों ने भी काला फीता बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। जिला चिकित्सालय में डीपीए के अध्यक्ष डा. अशोक कुमार कनौजिया की अगुवाई में सभी फार्मासिस्ट व चीफ फार्मासिस्टों ने काला फीता बांधकर विरोध प्रदर्शन करते हुए सरकार को चेतावनी दी। मंत्री डा. अनिल कुमार ने कहा कि संगठन नहीं चाहता है कि आंदोलन से जनता को कष्ट हो, इसलिए आंदोलन को चरणबद्ध तरीके से चलाया जा रहा है। हम चाहते हैं कि सरकार हमारे बीस सूत्रीय मांग पत्र पर विचार करके शासनादेश जारी करे, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं निर्बाध रूप से जनमानस को मिलती रहें।
अध्यक्ष डा. एके कनौजिया ने कहा कि यदि संगठन की न्यायोचित मांगों पर जल्द विचार कर शासनादेश जारी नहीं किया जाता है तो फार्मेसी संवर्ग के सभी अधिकारी व कर्मचारी नौ दिसंबर से 16 दिसंबर तक प्रात: दो घंटे कार्य बहिष्कार करेंगे। इसके बाद 17 दिसंबर से 19 दिसंबर तक पूर्ण रूप से कार्य बहिष्कार करेंगे। यदि फिर भी सरकार कोई संज्ञान नहीं लेती है तो 20 दिसंबर से जिले के सभी फार्मासिस्ट व चीफ फार्मासिस्ट आकस्मिक सेवाएं तथा पोस्टमार्टम सेवाएं बंद कर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।