लीलापुर में गन्ने से निकल फार्म हाउस पर पहुंचा बाघ,दहशत में मची भगदड़

कठिना नदी के दक्षिण लीलापुर के मध्य गुरुमीत सिंह का फार्म हाउस है। जहां गन्ने के खेत से निकले युवा बाघ ने वहां पर धावा बोल दिया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Dec 2020 10:34 PM (IST) Updated:Mon, 21 Dec 2020 10:34 PM (IST)
लीलापुर में गन्ने से निकल फार्म हाउस पर पहुंचा बाघ,दहशत में मची भगदड़
लीलापुर में गन्ने से निकल फार्म हाउस पर पहुंचा बाघ,दहशत में मची भगदड़

लखीमपुर: सोमवार दोपहर गन्ने से निकलकर फार्म हाउस पर बाघ के पहुंचने से वहां भगदड़ मच गई। आसपास काम कर रहे ग्रामीणों के एकत्र होकर हल्ला मचाने पर वह पास के ही गन्ने के खेत की ओट लेकर काफी देर तक अंदर बाहर निकलकर दहाड़ लगाता रहा। जिसके तमाशबीन बने सैकड़ो लोग दहशत के बीच बाघ के दीदार का आंनद लेते रहे। सूचना पर पहुंचे वन कर्मी व पुलिस ने वहां की हालत को संभाला।

महेशपुर वन रेंज की आंवला बीट इलाके से निकली कठिना नदी के दक्षिण लीलापुर के मध्य गुरुमीत सिंह का फार्म हाउस है। जहां गन्ने के खेत से निकले युवा बाघ ने वहां पर धावा बोल दिया। जिससे कई लोग बाल बाल बच गए। गन्ना छिलाई-भराई कर रहे ग्रामीण दहशत के मारे भाग गए। रेंज में आए दिन बाघ हमलों की बढ़ रही घटनाओं से ग्रामीणों की दैनिक दिन चर्या प्रभावित हो रही हैं। दरअसल 20 से अधिक बाघों व तेंदुओं की मौजूदगी बाली बेहद संवेदनशील रेंज में मानव एवं वन्यजीव संघर्ष की समस्या पहले से बनी हुई है। किसी भी समय कहीं भी खेतों में बाघ निकलने को लेकर खेती किसानी के कार्य कठिन हो गए हैं। रोटी रोजी का जरिया खेती किसानी को छोड़कर किसान आखिर कहां जाएं। बाघों के हमलों में सात लोगो की मौते, एक दर्जन लोग घायल भी हो चुके हैं। दर्जनों पालतू व बेसहारा पशु बाघ हमले का शिकार हुए हैं। वन दरोगा जगदीश वर्मा ने बताया कि बाघ की लोकेशन नदी की तरफ जाने की मिली है। फिर भी ग्रामीणों को कृषि कार्य के लिए समूह में निकलने,खेतो पर पटाखा दगाने, हांका लगाने के लिए सतर्क किया है। बनकटी रोड पर बाघ दिखने से दहशत

लखीमपुर: चंदनचौकी- गौरीफंटा मार्ग पर बनकटी रेंज से करीब पांच सौ मीटर आगे अचानक जंगल से निकले एक बाघ की चहलकदमी ने राहगीरों के होश उड़ा दिए। दरअसल रविवार शाम को जब पलिया चीनी मिल के गन्ना अधिकारी संजीव कुमार मान व आशीष कुमार चंदनचौकी, सौनहा, बरबटा व सूड़ा गन्ना सेंटरों को चेक करने के बाद सेड़ाबेड़ा गन्ना सेंटर के लिए निकले और रास्ते में बनकटी जंगल के जर्जर रोड पर सामने कुछ दूरी पर बाघ दिखा तो एक पल के लिए दहशत भर गई। लेकिन अपने को बंद वाहन में होने के कारण सुरक्षित महसूस कर रहे थे। जैसे तैसे जर्जर मार्ग पार करके सेंटर पर जाकर कर्मचारियों को बाइक से न जाने को कहा और वही सेंटर पर रुकने की हिदायत देकर दूसरे मार्ग से पलिया रवाना हो गए। हालांकि जंगल में पूरा दिन पैदल व साइकिल वालों की चहलकदमी रहती है। बाघ का दीदार होने से बनकटी गांव समेत राहगीरों में दहशत है। तेंदुए ने घर में घुस कर कुत्ते को बनाया निवाला

लखीमपुर: जंगल किनारे बसे निषाद नगर में एक किसान की चहारदीवारी में घुसकर तेंदुए ने पालतू कुत्ते को निवाला बना लिया। रविवार की रात को कमलजीत पुत्र लखविदर सिंह निवासी निषाद नगर घोला के घर में रात करीब 12 बजे तेंदुआ घुस गया और पालतू कुत्ते को पकड़ लिया। कुत्ते की चीख सुनकर घर के लोग जाग गए और शोर मचाया तो तेंदुआ उसे घसीट कर ले जाने लगा। लेकिन परिवार के लोगों ने जब आग जलाकर उससे डराया तो तेंदुआ कुत्ते को छोड़कर जंगल में चला गया। लेकिन तब तक कुत्ते की मौत हो चुकी थी। इस घटना को लेकर ग्रामीणों में दहशत पैदा हो गई है। मामले की जानकारी वन विभाग को दे दी गई है लेकिन कोई वन कर्मी मौके पर नहीं पहुंचा है। ग्रामीणों का कहना है कि इसी तरह आए दिन गांव में तेंदुआ घूमता रहता है जिसकी शिकायत वन विभाग से की जा चुकी है पर कोई उसका संज्ञान नहीं ले रहा है।

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