यूरिया की कालाबाजारी पर थोक विक्रेताओं के खिलाफ प्रदर्शन

शुक्रवार को जिलेभर के फुटकर खाद विक्रेताओं ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन कि

By JagranEdited By: Publish:Fri, 11 Jun 2021 10:09 PM (IST) Updated:Fri, 11 Jun 2021 10:09 PM (IST)
यूरिया की कालाबाजारी पर थोक विक्रेताओं के खिलाफ प्रदर्शन
यूरिया की कालाबाजारी पर थोक विक्रेताओं के खिलाफ प्रदर्शन

लखीमपुर : शुक्रवार को जिलेभर के फुटकर खाद विक्रेताओं ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन किया। उनका आरोप था कि थोक विक्रेता खाद की कालाबाजारी कर रहे हैं। हैरान करने वाली बात ये है कि अधिकारी भी उन्हीं का साथ दे रहे हैं।

कृषि व्यापारी कल्याण समिति के बैनर तले फुटकर विक्रेताओं ने डीएम को संबोधित ज्ञापन एसडीएम सदर को सौंपा। कहा कि उर्वरक व्यवसाय समाप्त होने के कगार पर पहुंच गया है। जिले के थोक विक्रेता, फुटकर विक्रेताओं को ऊंचे दाम पर सप्लाई कर रहे हैं। कृषि अधिकारी सिर्फ फुटकर दुकानदारों को ही निशाना बना रहे हैं। अध्यक्ष आशुतोष कुमार ने कहा कि थोक विक्रेताओं के बहकावे में आकर शिकंजा कस रहे हैं। फुटकर विक्रेताओं को यूरिया रैक प्वाइंट सीतापुर में 280 से 300 तक दी जाती है। जिस पर 20 से 25 रुपये दूरी के हिसाब से किराया लगता है। जिसके अतिरिक्त सीधे फैक्ट्री से आने वाली गाड़ी यूरिया 300 से अधिक मूल्य पर बेची जाती है। इन परिस्थितियों में किसानों का शोषण होता है, लेकिन कार्रवाई फुटकर विक्रेताओं पर होती है। यूरिया के अतिरिक्त एनपीके, डीएपी आदि बिक्री दर से अधिक मूल्य पर फुटकर विक्रेता को भेजी जाती है। थोक विक्रेताओं के शोषण के कारण फुटकर लाइसेंसी व्यापार करने में असमर्थ महसूस कर रहे हैं। उपाध्यक्ष हरीश पांडेय ने मांग की कि फुटकर विक्रेताओं को उचित मूल्य पर सभी उर्वरकों की आपूर्ति कराई जाए। यदि दो सप्ताह में कोई हल नहीं निकला तो अपने लाइसेंस व मशीन कार्यालय में जमा कर देंगे। 'वैक्सीन अवश्य लगवा लें' सरकार कोरोना महामारी से बचाव के लिए हर शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण के लोगों को हर तरह से जागरूक करने का प्रयास कर रही है। वहीं उसके बावजूद भी लोगों में फैली भ्रामकता नहीं निकल पा रही है। इसी भ्रामकता को दूर करने व लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से एसडीएम स्वाति शुक्ला ने तहसील सभागार में कोटेदारों के साथ एक बैठक की। बैठक में उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने अभी तक वैक्सीन नहीं लगवाई है वह वैक्सीन अवश्य लगवा लें। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण को लेकर लोगों में काफी भ्रामक अफवाहें फैली हैं। इन अफवाहों पर ध्यान न दें, टीकाकरण करवाएं। क्षेत्र के कई गांवों में स्वास्थ्य विभाग की टीम टीकाकरण के लिए जाती है लेकिन, ग्रामीणों में जागरूकता का अभाव होने के कारण टीम को वापस लौटना पड़ता है। उन्होंने कोटेदारों से अपील की है कि वैक्सीन लगवाने के लिए लोगों को अधिक से अधिक जागरूक करें। बैठक में तहसीलदार विकास धर दुबे, नायब तहसीलदार ज्ञान प्रताप सिंह, सीएचसी अधीक्षक डॉ. सुरेंद्र कुमार व तमाम कोटेदार मौजूद रहे।

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