अति आवश्यक सेवा वाले कर्मचारियों की भी लगेगी चुनाव ड्यूटी

पंचायत चुनाव में कर्मचारियों की कमी को पूरा करने के लिए दूसरे जिले से कर्मचारी नहीं बुलाए जाएंगे।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 30 Mar 2021 11:19 PM (IST) Updated:Tue, 30 Mar 2021 11:19 PM (IST)
अति आवश्यक सेवा वाले कर्मचारियों की भी लगेगी चुनाव ड्यूटी
अति आवश्यक सेवा वाले कर्मचारियों की भी लगेगी चुनाव ड्यूटी

लखीमपुर: पंचायत चुनाव में कर्मचारियों की कमी को पूरा करने के लिए दूसरे जिले से कर्मचारी नहीं बुलाए जाएंगे। अधिकारियों ने तय किया है कि जिले में कार्यरत कर्मचारियों से ही पंचायत चुनाव संपन्न कराया जाएगा। सीडीओ अरविद सिंह ने निर्देश दिया है कि अति आवश्यक सेवा वाले कर्मचारियों की भी ड्यूटी पोलिग बूथों पर लगाई जाएगी। ऐसे विभागों में बिजली विभाग, फॉरेस्ट, स्वास्थ, नगर पालिका व नगर पंचायत के कर्मचारी चुनाव ड्यूटी में नहीं लगाए जा रहे थे। इन विभागों के अधिकारियों ने जो सूची सौंपी थी, वह इतनी लंबी थी कि इस पर सीडीओ ने एतराज जताया। कहा कि 10 से 11 प्रतिशत कर्मचारी ही आवश्यक सेवा में रखे जाएंगे। इसके अलावा शिक्षामित्र, आंगनबाड़ी, एपीओ व ऑपरेटर पद पर तैनात कर्मचारी भी चुनाव ड्यूटी में लगाए जाएंगे। पंचायत चुनाव के लिए जिले भर में 29567 कर्मचारियों की फीडिग हो गई है। इनमें करीब 2000 कर्मचारी ऐसे हैं, जो गंभीर बीमारियों से ग्रसित हैं। जबकि 8000 संविदा कर्मी भी चुनाव ड्यूटी में लगाए गए हैं। मतदान अधिकारी द्वितीय व मतदान अधिकारी तृतीय के लिए कर्मचारियों की कमी है, क्योंकि कर्मचारियों की ड्यूटी ग्रेड पे के अनुसार लग रही है। इसलिए मतदान अधिकारी तृतीय के कार्य के लिए सिर्फ महिला कर्मचारी ही मिल पा रही हैं। मतदान अधिकारी तृतीय का कार्य बैलट बॉक्स को लाना व ले जाना है। ऐसे में महिलाओं की ड्यूटी नहीं लगाई जा सकती है। सीडीओ ने अति आवश्यक सेवा वाले विभाग अध्यक्षों को निर्देश दिया है कि वह बुधवार की शाम तक हर हालत में संशोधित सूची उन्हें उपलब्ध करा दें, जिससे कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने में किसी तरह की परेशानी न हो। बेवजह न करें सिफारिश, नहीं कटेगी ड्यूटी

जब भी चुनाव में ड्यूटी की बात आती है तो लापरवाह कर्मचारी तरह-तरह के बहाने बनाकर अपनी ड्यूटी कटवाने लगते हैं, लेकिन इस बार उनकी एक नहीं चलने वाली है। अव्वल तो जिले में कर्मचारियों की कमी है, दूसरे कार्मिक प्रभारी सीडीओ ने निर्देश दिया है कि इस बार चुनाव कराने वाले कर्मचारियों की ड्यूटी कटाने के लिए इसी तरह की सिफारिश नहीं मानी जाएगी। गंभीर बीमारी वाले कर्मचारियों को छोड़कर किसी की ड्यूटी नहीं काटी जा सकती है।

chat bot
आपका साथी