जिपं अध्यक्ष पद होगा निर्दलियों का बोलबाला, होगी दिलचस्प लड़ाई
लखीमपुर जिपं अध्यक्ष पद के लिए होने वाला चुनाव इस बार बेहद दिलचस्प है। मुख्य रूप से इस चुनाव के
लखीमपुर: जिपं अध्यक्ष पद के लिए होने वाला चुनाव इस बार बेहद दिलचस्प है। मुख्य रूप से इस चुनाव के लिए भाजपा और सपा के नेता जोर आजमाइश कर रहे हैं, लेकिन तय है कि चुनाव के दौरान निर्दल सदस्यों का बोलबाला होगा।
चुनाव जीतने वाले निर्दलीय भी इस बात को बेहद अच्छी तरह जान रहे हैं, इसलिए वह भी हर कदम फूंक-फूंक कर रख रहे हैं। कुल 73 सदस्यों वाली जिला पंचायत में बहुमत के लिए 37 सदस्यों को एकजुट करना है। भाजपा ने चुनाव से पहले सभी सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे। चुनाव परिणाम आने के बाद भाजपा के खाते में सिर्फ सात सदस्य ही जीत कर आए। वहीं दूसरी ओर सपा के 12 सदस्य बताए जा रहे हैं। चुनाव नतीजे भाजपा के पक्ष में न होने के कारण सपा पूरे मुकाबले को दिलचस्प बनाने में जुटी हुई है। चूंकि सपा के सदस्य ज्यादा हैं, इसलिए पार्टी नेताओं को यह उम्मीद है कि इस बार जिला पंचायत की लाल बत्ती उनके ही पाले में आएगी। इसके लिए संगठन के हर नेता को सदस्यों से संपर्क करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। सपा ने चुनाव को गंभीर बनाने के उद्देश्य से मितौली पंचम सीट से जीतकर आई अंजलि भार्गव को अपना प्रत्याशी भी घोषित कर दिया है। इसके मुकाबले भाजपा के नेताओं ने अभी तक जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए अपना पत्ता नहीं खोला है। पूर्व विधायक शशिबाला भारती को प्रत्याशी के रूप में पेश करने के लिए भाजपा अंदर खाने लगभग सहमत हो गई थी, लेकिन वह खुद बेहजम चतुर्थ से चुनाव हार गईं। भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी चुनाव हार चुके हैं। ऐसे में लाल बत्ती की लड़ाई बेहद दिलचस्प होने वाली है। सपा किसी भी कीमत पर इस सुनहरे मौके को छोड़ना नहीं चाहती। वहीं भाजपा सत्तारूढ़ दल होने के नाते लाल बत्ती पर अपना कब्जा बरकरार रखना चाह रही है। अब देखने वाली बात यह है कि सत्ता रहते हुए भाजपा जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी बचा पाती है या नहीं।