अधिक से अधिक किसानों को फसल बीमा के लिए किया प्रेरित
-बैठक में किसानों को दी गई जानकारी
लखीमपुर : विकास खंड फूलबेहड़ में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की बैठक हुई। बैठक में मुख्य रूप से किसानों की माली हालत बेहतर करने पर चर्चा हुई। अब तक हुए फसल बीमा व किसानों को मिले लाभ के बारे में भी जानकारी ली गई। अधिक से अधिक किसानों को योजना का लाभ दिलाने के निर्देश भी दिए गए। खंड विकास अधिकारी प्रीति तिवारी ने बताया कि रबी फसलों की बोआई का कार्य शुरू हो चुका है। रबी मौसम में फसलों को प्राकृतिक आपदाओं से क्षति होने की संभावना रहती है। फसलों को प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले क्षति जोखिमों के प्रबंधन के लिए ही प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना शुरू की गई है। उप निदेशक कृषि डा. योगेश प्रताप सिंह ने बताया कि रबी मौसम में फसल बीमा योजना कराने की अंतिम तिथि 31 दिसंबर है। अधिक से अधिक किसान अपनी फसल का बीमा कराएं, ताकि दैवीय आपदा में उन्हें फसल के नुकसान का मुआवजा मिल सके। अग्रणी जिला प्रबंधक वीएस राणा ने बताया कि रबी फसल के लिए बीमित राशि का 1.5 प्रतिशत प्रीमियम देय है। ऋणी कृषकों को बीमा नहीं कराने की स्थिति में बीमा कराने की अंतिम तिथि के सात दिन पहले तक अपनी बैंक शाखा को लिखित रूप से सूचित करना होगा। अन्यथा बैंक शाखा द्वारा कृषक के केसीसी खाते से प्रीमियम काट लिया जाएगा। कृषक अपनी इच्छा के गैर ऋणी अनुसार मौसम विशेष में अधिसूचित फसल बीमा निकटतम बैंक शाखा, सहकारी समिति के माध्यम से कराया जा सकता है। भू-अभिलेखीय साक्ष्यों, आधार कार्ड, बैंक खाते की पासबुक की कापी एवं स्वसत्यापित घोषणा पत्र जमा करना आवश्यक है।
जिले के अंदर रबी मौसम में गेहूं, मसूर, लाही -सरसों फसलें अधिसूचित है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनांतर्गत रबी 2021-22 अधिसूचित फसलों पर प्रीमियम धनराशि बीमित धनराशि प्रति हेक्टेयर प्रीमियम निर्धारित है। गेहूं की प्रीमियम 73870 रुपये, मसूर 42730 रुपये व लाही सरसों 39967 रुपये प्रति हेक्टेयर निर्धारित है।