मासूम बेटी को गोद में लिए इंसाफ मांग रही मां

अब इस महिला ने गुरुवार को डीएम के दफ्तर में दस्तक देने की बात कही है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 10:12 PM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 10:12 PM (IST)
मासूम बेटी को गोद में लिए इंसाफ मांग रही मां
मासूम बेटी को गोद में लिए इंसाफ मांग रही मां

लखीमपुर: दो साल की मासूम बेटी को गोद में लिए मां इरम इंसाफ मांगती फिर रही है। कभी कोतवाली तो कभी कप्तान के दफ्तर मगर उसे न्याय की जगह टरकाया जा रहा है। अब इस महिला ने गुरुवार को डीएम के दफ्तर में दस्तक देने की बात कही है।

शहर के मुहल्ला थरवरनगंज में रहने वाली इरम ने बताया कि वह अपने मां-बाप की इकलौती औलाद थी और उसकी शादी कुछ साल पहले अलीगढ़ में हो गई थी। यहां उसकी जमीन-जायदाद पर उसके चचेरे भाई ही कामकाज संभालते थे। उसके पिता का इंतकाल तो पहले ही हो गया था और इसी अप्रैल में कोरोना महामारी ने उसकी मां को भी निगल लिया।

एक सप्ताह पहले जब वह अपनी जमीन-जायदाद देखने अपने घर आई तो उसके पांवों तले से जा जमीन ही खिसक गई। उसके अपने घर में ताला किसी और ने लगा रखा था और उसे उसके हिस्से की दुकानों का किराया अब न देने की चेतावनी उसके अपनों ने ही उसे दे दी। तीन दिन तक रिश्तेदारों से पंचायत के बाद तब कोई हल नहीं निकला तो इरम अपनी दो साल की बच्ची को गोद में लिए थाने, कोतवाली के चक्कर काटने शुरू कर दिए।

इरम का कहना है कि कोतवाली पुलिस ने पहले दिन तो उससे कायदे से बात की लेकिन अगले ही दिन कोई सियासी दखल आ जाने के कारण उसे कोतवाली पुलिस ने एक नेताजी के कार्यालय में जाने की नसीहत दे दी। परेशान हाल इरम बुधवार को पुलिस के आला अफसरों के सामने पेश हुई तो वहां भी सदर पुलिस से फीड बैक पाकर उसे टरका दिया गया।

इरम कहती हैं कि उसके साथ मारपीट की गई और उसके रिश्तेदारों तक को धमकाया जा रहा है। इरम ने बताया कि गुरुवार को वह अपनी समस्या को लेकर डीएम के सामने पेश होगी।

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