दूसरे दिन भी जारी रहा स्वास्थ्य कर्मियों का धरना

स्वास्थ्य कर्मियों का धरना दूसरे दिन भी जारी रहा।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 10 Jul 2021 10:37 PM (IST) Updated:Sat, 10 Jul 2021 10:37 PM (IST)
दूसरे दिन भी जारी रहा स्वास्थ्य कर्मियों का धरना
दूसरे दिन भी जारी रहा स्वास्थ्य कर्मियों का धरना

लखीमपुर : स्वास्थ्य कर्मियों का धरना दूसरे दिन भी जारी रहा। स्वास्थ्य महानिदेशालय की स्थानांतरण नीति का जबरदस्त विरोध करते हुए डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष एके कनौजिया ने कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों के साथ हर संघर्ष में कदम से कदम मिलाकर वे खड़े रहेंगे। अस्पताल परिसर में जोरदार नारेबाजी के बीच फार्मासिस्ट व चिकित्सकों ने निजी स्तर पर अनुरोध करने पर ही स्थानांतरण किए जाने की मांग की।

धरने में दूसरे दिन चिकित्सा स्वास्थ्य महासंघ के अध्यक्ष डॉ. अमित सिंह ने कहा कि चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के पीएमएस संवर्ग नर्सिंग संवर्ग सभी पैरामेडिकल संवर्ग के अधिकारियों कर्मचारियों ने महामारी की तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए अपने स्थानांतरण सत्र में स्वयं के अनुरोध पर ही स्थानांतरण कराए जाने की जो मांग की है वही उचित है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक को यह भी बताया जाना है कि सात जुलाई को चिकित्सा स्वास्थ्य महासंघ से संबद्ध पीएमएस संवर्ग, राजकीय नर्सेज संघ संवर्ग, डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन, राजपत्रित डिप्लोमा फार्मासिस्ट संवर्ग, प्रयोगशाला संघ, एक्स-रे-टेक्नीशियन आदि सभी संगठनों ने बैठक करके निर्णय किया है कि स्थानांतरण नीति के नाम पर विभाग की ओर से किए जा रहे हैं सामान्य स्थानांतरण के विरोध में सभी संगठन के सदस्य आंदोलन में एकजुट होकर के विरोध जताएंगे। इस मौके पर प्रयोगशाला प्राविधिक संघ के महंथ सिंह, प्रधान महासचिव अशोक कुमार डॉ. आरएस माधौरिया, डॉ. अनिल वर्मा, डॉ. सचान, समेत काफी संख्या में फार्मासिस्ट व चिकित्सक मौजूद रहे।

चिकित्सक की तैनाती के बाद फिर हुआ ट्रांसफर क्षेत्रवासियों की बदकिस्मती समझिए कि यहां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात चिकित्सक का चंद दिन बाद ही ट्रांसफर हो गया। नए चिकित्सक की तैनाती हुई है पर वे अभी पहुंचे नहीं हैं। पिछले करीब चार सालों से यहां पर चिकित्सक की नियुक्ति के बाद उसे वापस बुला लेना या दूसरी जगह स्थानांतरण कर देना आम हो गया है। चार वर्ष पूर्व चिकित्सक के सेवानिवृत्त होने के बाद से यहां का पद खाली चल रहा था। कई बार क्षेत्रीय लोगों के द्वारा प्रयास करने पर चिकित्सक को संपूर्णानगर नियुक्त किया गया। चंद दिनों बाद ही चिकित्सक को वापस भेज दिया गया। कोरोना काल में जिलाधिकारी व विधायक रोमी साहनी ने इसका संज्ञान लिया तो पलिया सीएचसी से डॉक्टर की नियुक्ति संपूर्णानगर कर दी गई थी। कुछ दिन बाद ही डॉक्टर को फिर पलिया नियुक्त कर दिया गया है। क्षेत्र के कुछ चिकित्सकों की मेहरबानी के चलते यहां चिकित्सक को रुकने नहीं दिया जाता है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के मौजूदा चिकित्सक आरके वर्मा ने बताया कि हमारा पलिया ट्रांसफर हो गया है। इस हॉस्पिटल में लखनऊ से चिकित्सक की नियुक्ति हो चुकी है। जल्दी ही चिकित्सक यहां पहुंचेंगे।

chat bot
आपका साथी