भारत-नेपाल सीमा पर गूंजने लगी आल इंडिया रेडियो की आवाज

दुधवा पार्क में बसे थारू जनजाति के लोगों के साथ-साथ नेपाल में रहने वाले भारतीय भी अब आल इंडिया रेडियो के प्रसारण सुन सकेंगे।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 04 Dec 2021 10:46 PM (IST) Updated:Sat, 04 Dec 2021 10:46 PM (IST)
भारत-नेपाल सीमा पर गूंजने लगी आल इंडिया रेडियो की आवाज
भारत-नेपाल सीमा पर गूंजने लगी आल इंडिया रेडियो की आवाज

लखीमपुर : दुधवा पार्क में बसे थारू जनजाति के लोगों के साथ-साथ नेपाल में रहने वाले भारतीय भी अब एफएम रेडियो का गीत संगीत सुन सकते हैं। एसएसबी 39वी वाहिनी के गदनिया मुख्यालय में बने एफएम रेडियो रिले स्टेशन ने शुक्रवार से काम करना शुरू कर दिया है। गदनिया रिले सेंटर से आल इंडिया रेडियो के विविध भारती का कार्यक्रम प्रसारित होने लगा है।

एफएम रेडियो का यह स्टेशन भारत-नेपाल सीमा के लोगों के लिए बड़ी सौगात है। शुरुआती दौर में कार्यक्रम महज 35 किलोमीटर की परिधि में सुना जा सकेगा लेकिन, बाद में टावर 100 मीटर का बनने पर क्षमता बढ़कर 70 किलोमीटर हो जाएगी। इससे पूरे जिले के साथ नेपाल में रह रहे भारतीय भी हिदी गीत संगीत व वालीवुड के फिल्मी गाने सुन सकेंगे। अभी तक इस इलाके में नेपाली एफएम रेडियो के प्रोग्राम ही सुने जा सकते थे जो अपने लाभ के लिए भारतीयों को हतोत्साहित करता रहता था। अब उसके दुष्प्रचार का जवाब भी दिया जा सकेगा। एसएसबी की 39वीं बटालियन परिसर में भारत सरकार के आल इंडिया रेडियो एंड दूर-दर्शन ने इस स्टेशन के निर्माण की शुरुआत 2019 में की थी। उप महानिदेशक परियोजना आदित्य चतुर्वेदी की देखरेख में निर्मित करीब 10 करोड़ रुपये की लागत से एफएम रेडियो स्टेशन बनकर तैयार हुआ है जिसका शुक्रवार को विधिवत शुभारंभ किया गया है। यहां के प्रभारी मनीष कुमार ने बताया कि स्टेशन पर सात कर्मचारियों की तैनाती की गई है। प्रात: 5.55 बजे से प्रसारण शुरु होगा और रात 11.10 बजे तक चलेगा।

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर से केंद्र का आनलाइन शुभारंभ किया है। उन्होंने बताया कि लखनऊ केंद्र के विविध भारती के कार्यक्रम के साथ भारतीय संस्कृति से जुड़े कार्यक्रम, गीत, कविता, नाटक व स्थानीय समाचार का प्रसारण किया जाएगा जो धीरे धीरे शुरु होगा। इसे पड़ोसी राष्ट्र नेपाल के धनगढ़ी समेत आसपास के कई जिलों में आसानी से सुना जाएगा। भारतीय क्षेत्र में लखीमपुर के अलावा पीलीभीत, श्रावस्ती बहराइच जिले के कुछ हिस्सों में सुना जा सकेगा।

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