19 एंबुलेंस कर्मियों पर एफआइआर, सेवा से बर्खास्त
जीवनदायिनी 108 व 102 एंबुलेंस के चालकों व इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन (ईएमटी) की हड़ताल।
लखीमपुर: जीवनदायिनी 108 व 102 एंबुलेंस के चालकों व इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन (ईएमटी) की ओर से कई दिनों से की जा रही हड़ताल के संबंध में डीएम डा. अरविद कुमार चौरसिया ने काम पर वापस आने से इनकार करने वाले 19 एंबुलेंस सेवा से जुड़े कर्मियों पर एस्मा के तहत एफआइआर दर्ज कराई है। उन्हें सेवाओं से भी बर्खास्त किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि 102 व 108 के कुछ एंबुलेंस कर्मियों ने काम पर वापसी कर ली है। वहीं कुछ एंबुलेंस कर्मी लखनऊ से अपने कार्य दायित्वों पर वापस लौट रहे हैं। उन्होंने बताया कि 19 एंबुलेंस चालकों ने काम पर वापस आने से इनकार किया। जिस पर प्रशासन ने उनके विरुद्ध एस्मा के तहत एफआइआर दर्ज करा दी। इन पर हुई एस्मा के तहत कार्यवाही
पवन शुक्ला, जयंकर मिश्रा, अतुल सिंह, सरनाम सिंह, सतीश यादव, मनोज, छुटकन्नू लाल, राजीव,दीपांशु, युसूफ, जहीर, पंकज गुप्ता, रोहित यादव, सुखविदर सिंह, रवी यादव, सीताराम दिनकर, अशोक कुमार, राम कुमार व वीरेंद्र। एंबुलेंस न मिलने से घायल युवक की मौत एंबुलेंस न मिलने पर पसगवां कोतवाली के ग्राम महदूदा में छत से गिरकर घायल हुए एक युवक की मौत हो गई।
गुरुवार को ग्रामवासी संतोष कुमार (23) पुत्र वेदपाल किसी काम से छत पर गया था। जीने से अनियंत्रित होकर वह नीचे गिर गया, जिससे उसे गंभीर चोटें आईं। परिवारजन बताते हैं कि उन्होंने एंबुलेंस के लिए फोन किया और काफी देर इंतजार भी किया, कितु एंबुलेंस न मिलने पर संतोष को निजी वाहन से गंभीर हालत में सीएचसी पसगवां लाया गया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे जिला अस्पताल शाहजहांपुर रेफर किया गया लेकिन, रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। परिवारजन का कहना है कि यदि समय से एंबुलेंस मिल जाती तो शायद समय से इलाज मिलने पर संतोष की जान बच जाती। सीएमओ डा. शैलेंद्र भट्नागर ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। इसमें जांच कराकर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।