बकाया भुगतान की मांग को लेकर किसानों का आंदोलन तेज, खंभारखेड़ा मिल भी बंद कराई

लखीमपुर बकाया गन्ना मूल्य भुगतान न होने से नाराज किसानों ने सोमवार को खंभारखेड़ा मिल

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Dec 2021 10:40 PM (IST) Updated:Mon, 06 Dec 2021 10:40 PM (IST)
बकाया भुगतान की मांग को लेकर किसानों का आंदोलन तेज, खंभारखेड़ा मिल भी बंद कराई
बकाया भुगतान की मांग को लेकर किसानों का आंदोलन तेज, खंभारखेड़ा मिल भी बंद कराई

लखीमपुर : बकाया गन्ना मूल्य भुगतान न होने से नाराज किसानों ने सोमवार को खंभारखेड़ा मिल को बंद करा दिया। दर्जनों की संख्या में किसान मिल के डोंगे में कूद गए और जमकर नारेबाजी की। पेराई बंद होने से मिल प्रबंधन में खलबली मच गई है।

बजाज ग्रुप की खंभारखेड़ा चीनी मिल पर किसानों का पिछले सत्र का सैकड़ों करोड़ रुपया बकाया है। सोमवार को भारतीय किसान यूनियन, राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन और भारतीय किसान संगठन से जुड़े तमाम लोग सैकड़ों किसानों के साथ खंभारखेड़ा चीनी मिल पहुंचे। बकाया भुगतान न मिलने से आक्रोशित किसान नारेबाजी करते हुए डोंगे में कूद गए। इससे मिल का चक्का जाम हो गया। किसान नेताओं ने कहा कि भुगतान को लेकर अभी तक सिर्फ आश्वासन ही मिला है, जबकि बीती 23 अगस्त को राष्ट्रीय मजदूर किसान संगठन की अगुवाई में किसानों ने धरना प्रदर्शन किया था।

यहां तक कि किसान जल समाधि के लिए शारदानगर पंहुच गए थे। किसान नेताओं ने कहा कि मिल प्रबंधन ने प्रशासन के समक्ष 30 नवंबर को बकाया गन्ना भुगतान किसानों के खाते में भेजने का जो वादा किया था, वह भी खाली गया। इस मौके पर भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष दिलबाग सिंह संधू, गुरुवंत सिंह, बलजीत सिंह, हरपाल सिंह, मायाराम, सौरभ तिवारी, लल्लू राम वर्मा, शिव कुमार वर्मा समेत हजारों किसान मौजूद रहे। खबर लिखे जाने तक कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा था। पलिया व भीरा में किसानों ने शुरू किया क्रमिक अनशन

संसू, पलियाकलां : बकाया गन्ना मूल्य के भुगतान को लेकर चल रहे आंदोलन को किसानों ने नई धार दे दी है। शासन, प्रशासन व मिल मालिक पर दबाव बनाने के लिए किसानों ने सोमवार से क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है। पलिया व भीरा में सोमवार को पहले दिन पांच-पांच किसान अनशन पर बैठे। गन्ना मूल्य के बकाया भुगतान को लेकर आंदोलनरत किसानों का धरना 10 दिन से चल रहा है लेकिन, उस पर कोई सुनवाई नहीं हुई। इस बात को लेकर रविवार को हजारों किसानों ने पलिया नगर में बड़ा जुलूस निकाला था और अपनी मांगों को पूरा करने पर जोर दिया था लेकिन, 24 घंटे बाद भी उसका कोई असर न होते देख पलिया में चीनी मिल परिसर में तथा भीरा में सहकारी गन्ना विकास समिति कार्यालय में पांच-पांच किसान पहले दिन धरने पर बैठे हैं। किसानों ने कहा कि उनका आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक मिल पूरा बकाया भुगतान नहीं कर देती है। इसके साथ ही मिल को तब तक चलने भी नहीं दिया जाएगा और न ही गन्ने की आपूर्ति ही होने दी जाएगी।

भीरा में बजाज चीनी मिल पलिया द्वारा बकाया भुगतान न किए जाने से नाराज किसानों ने धरना प्रदर्शन के बाद क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है। सहकारी गन्ना विकास समिति कार्यालय पर 27 नवंबर से किसानों ने धरना प्रदर्शन शुरू किया था। समिति कार्यालय में तालाबंदी करने के कारण समिति का सारा कार्य रुका पड़ा है। बकाया भुगतान को लेकर किसानों का आंदोलन चौथे दिन भी जारी

संसू, गोलागोकर्णनाथ : बकाया गन्ना भुगतान की मांग को लेकर चीनी मिल तौल गेट पर किसान संगठनों का अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन सोमवार को चौथे दिन भी जारी रहा। सोमवार को सेंट्रल बार एसोसिएशन ने किसान आंदोलन धरना स्थल पर पहुंचकर समर्थन देते हुए बुधवार तक न्यायिक कार्यों के बहिष्कार का एलान किया। बता दें कि पिछले चार दिन से चल रहे किसान आंदोलन में जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक ने भी पहुंचकर समझौता कराने का प्रयास किया था लेकिन, प्रशासन व किसान संगठन के बीच सहमति नहीं बन सकी। सोमवार को राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के जिलाध्यक्ष श्रीकृष्ण वर्मा ने पुलिस को तहरीर दी। इसमें आंदोलन का हवाला देते हुए तीन दिसंबर से गन्ना आपूर्ति बंद कर आंदोलन की चेतावनी दी थी। आरोप लगाया है कि समिति के सचिव नंदलाल ने इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की।

साथ ही शासनादेश का उल्लंघन करते हुए किसानों के शांतिपूर्ण आंदोलन में चीनी मिल से अधिक इंडेट लेकर अधिक पर्चियां जारी कर दीं। इस कारण गन्ना किसानों द्वारा चीनी मिल में लाया गन्ना दो दिसंबर तक आपूर्ति नहीं हो पाया। वहीं सचिव द्वारा एक टीवी चैनल को जारी किए बयान में कहा गया कि बजाज मिल को उनके पावर प्लांट में पैसा नहीं मिल पा रहा है। इस कारण भुगतान नहीं हो पा रहा है। यह बयान जारी कर मुख्यमंत्री की छवि धूमिल करने का कार्य किया है। हालांकि उनकी तहरीर पर पुलिस ने अभी कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया है।

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