शहजनिया में हाथियों ने इंजन गन्ना व धान को रौंदा
महेशपुर रेंज की बाघ बाहुल्य शहजनिया बीट पहुंचे डेढ़
लखीमपुर : महेशपुर रेंज की बाघ बाहुल्य शहजनिया बीट पहुंचे डेढ़ दर्जन हाथियों के झुंड ने तांडव मचाकर किसानों के गन्ने धान की फसल को रौंद डाला वहीं दो इंजन तोड़ दिए हैं। रेंजर मो. मोबीन आरिफ के नेतृत्व में वनकर्मी व ग्रामीण संसाधनों के बल पर हाथियों से मोर्चा लेने में कामयाब रहे। अलबत्ता हाथी प्रवास कर दूसरे दिन उसी रास्ते लौटकर मैलानी इलाके की तरफ वापस चले गए जिससे वन कर्मियों एवं ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है।
इस दौरान हाथियों के झुंड ने राधेश्याम, भगवान दीन, नंदराम निवासी ग्राम देवलरिया के दो पंप सेट इंजन, गन्ना व धान की फसलों को रौंद डाला है। बाद में प्रेमा देवी, सर्वेश, श्रीपाल, प्रदीप, मंगली निवासी गूजरपुर आदि के खेतों से विचरण करते निकल गए। इनको भगाने के लिए वन विभाग ग्रामीणों के सहयोग से मशाल जलाकर, मिर्च का धुंआ कर व ड्रम आदि बजाकर दो दो हाथ करने की तैयारी पहले से कर चुका था। उसी तैयारी से हाथियों की दिशा मोड़ने में सफलता मिली। वहीं इनके प्रवास से क्षेत्र में तैयार हो रहीं गन्ने व धान की फसलों को रौंदने से नुकसान की आशंका सही साबित हुई। हाथियों के संभावित आगमन के मद्देनजर वन विभाग ने जगंल के निकटवर्ती गांवों में अलर्ट जारी करते हुए जागरूकता अभियान चलाकर ग्रामीणों को सचेत किया था।
दरअसल नेपाल से सटे दुधवा इलाके के जंगलों से निकले करीब 20 हाथियों का झुंड मैलानी बांकेगंज के रास्ते विचरण करते हुए आगे बढ़ रहा था। करीब दो साल पहले उक्त इलाके से आए एक दर्जन हाथियों ने महेशपुर रेंज की शहजनिया बीट जंगल के मुकुंदा पर इलाके में दो दिन प्रवास कर क्षेत्र में तांडव मचाया था। एक दर्जन किसानों की धान व गन्ना की फसलों को रौंद डाला था जिससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा था। तब वन विभाग ने धुंआ फैलाकर हाथियों के रुख को मोड़ कर निजात पाई थी। उधर वन दारोगा जगदीश वर्मा ने बताया कि हाथियों के आने के मद्देनजर एहतियातन सभी तैयारियां थीं जिनका उपयोग सार्थक हुआ। किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई। फिर भी हाथियों के मूवमेंट पर नजर रखी जा रही है।