सूरमा गांव में जंगली हाथियों ने रौंद डाली 35 बीघा फसल
आहट पाकर पहुंचे किसानों ने किसी तरह शोर शराबा करके हाथियों को जंगल में खदेड़ा। इस बीच हाथियों ने किसान भजनलाल बंशी श्रीकेशन रामचंद्र हरी दुलारे सहित कई किसानों की गेहूं व गन्ने की फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया। भजनलाल ने बताया पिछली दो रातों से तीन चार हाथियों के आने की आहट मिल रही थी। संख्या कम होने की वजह से उन्हें फसलों तक आने से पहले ही खदेड़ दिया जाता था लेकिन बीती रात 30 से 35 हाथियों का झुंड एक साथ आ गया। झुंड बड़ा होने के कारण जब तक लोग एकत्र होकर उन्हे भगा पाते तब तक किसानों का तीस बीघा गेहूं और कई बीघा गन्ना खा गए। ग्रामीणों ने बताया कि सूरमा से खदेड़े गए हाथियों ने जंगल किनारे ग्राम सिकलपुरवा व भट्ठा के किसानों की फसलों को भी नुकसान पहुंचाया है। फसल रौंदने की सूचना देने पर भी वन कर्मचारियों के न पहुंचने को लेकर ग्रामीणों मे रोष है।
लखीमपुर : शनिवार की रात दुधवा जंगल से निकले जंगली हाथियों के झुंड ने कई किसानों की गेहूं और गन्ने की फसल को खाने के साथ ही पैरों तले रौंदकर तहस नहस कर दिया। आहट पाकर पहुंचे किसानों ने किसी तरह शोर शराबा करके हाथियों को जंगल में खदेड़ा। इस बीच हाथियों ने किसान भजनलाल, बंशी, श्रीकेशन रामचंद्र, हरी, दुलारे सहित कई किसानों की गेहूं व गन्ने की फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया। भजनलाल ने बताया पिछली दो रातों से तीन चार हाथियों के आने की आहट मिल रही थी। संख्या कम होने की वजह से उन्हें फसलों तक आने से पहले ही खदेड़ दिया जाता था, लेकिन बीती रात 30 से 35 हाथियों का झुंड एक साथ आ गया। झुंड बड़ा होने के कारण जब तक लोग एकत्र होकर उन्हे भगा पाते तब तक किसानों का तीस बीघा गेहूं और कई बीघा गन्ना खा गए। ग्रामीणों ने बताया कि सूरमा से खदेड़े गए हाथियों ने जंगल किनारे ग्राम सिकलपुरवा व भट्ठा के किसानों की फसलों को भी नुकसान पहुंचाया है। फसल रौंदने की सूचना देने पर भी वन कर्मचारियों के न पहुंचने को लेकर ग्रामीणों मे रोष है।