हाथियों ने तोड़ा नर्सरी का गेट, रौंदी फसलें

प्रवासी हाथियों का झुंड माता भुइयां देवी मंदिर इलाके में तांडव मचा कर पांचवे दिन भी फसल तहस-नहस की।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 10:38 PM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 10:38 PM (IST)
हाथियों ने तोड़ा नर्सरी का गेट, रौंदी फसलें
हाथियों ने तोड़ा नर्सरी का गेट, रौंदी फसलें

लखीमपुर: प्रवासी हाथियों का झुंड माता भुइयां देवी मंदिर इलाके में तांडव मचा कर पांचवे दिन महेशपुर रेंज एवं बीट में बनी नर्सरी का गेट तोड़ डाला। इसके बाद आसपास के इलाके में पेड़ पौधों व जंगल के निकट लगी धान की फसल रौंद डाली। हाथियों के झुंड ने मोहम्मदी रोड क्रास करते हुए बिहारीपुर की तरफ से वापसी का रुख किया। तब वन कर्मियों ने राहत की सांस ली लेकिन, एकाएक हाथियों के कदम नर्सरी इलाके में आकर कठुआ पुलिया के पास थम गए और बाघों की बादशाहत वाले इस इलाके में अब हाथियों की दहशत ग्रामीणों पर भारी पड़ रही है। हाथी पांच दिनों में शहजनिया, देवीपुर, महेशपुर बीट में लंबा सफर तय करते हुए सैकड़ों बीघा गन्ना व धान की फसल को रौंद चुके हैं। मदमस्त हाथी कहीं जंगल तो कहीं गन्ने व धान के खेतों में द्वंद मचा रहे हैं। जिससे किसानों की दिनचर्या पूरी तरह से धराशाई हो चुकी है। रेंजर मो. मोबीन आरिफ, एसडीओ अशोक कुमार के नेतृत्व में वनकर्मी व ग्रामीण मशाल जला, भूसे का धुंआ कर, पटाखे दागने व ड्रम बजाकर गुरुवार को भी हाथियों के झुंड को पीछे की तरफ मोड़ने के प्रयास में लगे रहे। नेपाल से सटे दुधवा के जंगलों से भटककर इधर इलाके में आए हाथियों का झुंड मैलानी व बांकेगंज के रास्ते इधर आया। वन व एसटीपीएफ की टीमें हाथी प्रभावित इलाके के शिवपुरी, देवीपुर, मुल्लापुर, अयोध्यापुर रायपुर, साहबगंज, बोझवा, सुंदरपुर समेत दर्जनों गांवों के ग्रामीणों से हाथियों से सचेत रहने व खेतों पर बने मचानों पर न रुकने की सलाह दी है। डिप्टी रेंजर रामनरेश वर्मा ने बताया कि हाथियों को वापस मोड़ने के निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।

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