गांव में लगी आग से आधा घंटे तक रुका रहा मतदान

मझगई चौकी क्षेत्र के ग्राम भगवंतनगर गुलरा में ग्रामीण के घर सिलिडर फटने से घर में आग लग गई।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 10:52 PM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 10:52 PM (IST)
गांव में लगी आग से आधा घंटे तक रुका रहा मतदान
गांव में लगी आग से आधा घंटे तक रुका रहा मतदान

लखीमपुर: मझगई चौकी क्षेत्र के ग्राम भगवंतनगर गुलरा में ग्रामीण के घर सिलिडर फटने से घर में आग लग गई। कई और घर भी उसकी चपेट में आ गए। गांव के स्कूल में बने मतदान केंद्र से करीब 150 मीटर दूर एक ग्रामीण के घर पर अचानक सिलिडर फट गया। जिससे उसके छप्पर के घर में आग लग गई।

आग इतनी विकराल थी कि उसने देखते ही देखते और कई घरों को अपनी चपेट में ले लिया। गांव में आग लगने से मतदाताओं व मतदान कर्मियों में अफरा-तफरी फैल गई। कुछ देर के लिए मतदान कार्य प्रभावित रहा। इसके बाद आग पर काबू पा लिया गया और मतदान फिर से शुरु हो गया। करीब चार बजे हुई इस घटना में मतदान की लाइन में लगे मतदाता आग बुझाने में जुट गए। आग देख मतदानकर्मी भी डर गए और कुछ देर के लिए मतदान रोक दिया गया। थोड़ी ही देर में चुनाव अधिकारी व फायर विग्रेड की गाड़ी मौके पर पहुंच गई। फायर बिग्रेड ने ग्रामीणों के सहयोग से आग पर काबू पा लिया। इसके बाद मतदान पुन: शुरु करा दिया गया। इस दौरान करीब आधा घंटे तक मतदान रुका रहा। तहसीलदार आशीष कुमार सिंह ने बताया कि गांव में एक व्यक्ति के घर में सिलिडर फटने से आग लग गई थी, जिसपर काबू पा लिया गया है। मोहाना नदी का सफर नाव से पूरा कर पहुंचे पोलिग बूथ देना अपना मत नहीं, जैसे कोई दान। मतदाता के फर्ज को, तू अपने पहचान। इन पंक्तियों को विषम परिस्थितियों में भी ग्राम चौगुर्जी के मतदाता अपने मतदान का प्रयोग कर आजादी के समय से ही साकार करते आ रहे हैं। उबड़-खाबड़ रास्ते व भारत नेपाल सीमा पर बह रही पहाड़ी मोहाना नदी को पार कर पोलिग बूथ जाने की जद्दोजहद के बावजूद ग्राम चौगुर्जी के मतदाताओं का उत्साह देखते ही बना।

ग्राम चौगुर्जी खीरी संसदीय क्षेत्र व निघासन विकास खंड की ग्राम पंचायत सुरतनगर का मजरा है। इसकी आबादी 700 है। यहां 120 परिवार रहते हैं और 500 वोटर हैं, लेकिन उनके सामने मतदान केंद्र तक पहुंचने की दुश्वारी किसी इम्तिहान से कम नहीं होती। यह गांव आजादी के समय से ही भारत-नेपाल सीमा पर बह रही पहाड़ी मोहाना नदी के उस पार बसा है। इसलिए पोलिग बूथ तक पहुंचना किसी जद्दोजहद से कम नहीं। ग्राम पंचायत से लेकर लोकसभा तक के सभी चुनाव में यहां के मतदाताओं को अपने-अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए जोखिम भरे उबड़-खाबड़ रास्ते व नाव का सफर तय कर आठ किलोमीटर दूर सूरत नगर के ग्राम टांडा स्थित पंचायत घर पहुंचना पड़ता है। विषम परिस्थितियों के बावजूद हर बार की तरह इस बार भी पंचायत चुनाव में यहां के वोटरों ने सोमवार को कड़कड़ाती धूप में भारी उत्साह के साथ अपने मताधिकार का प्रयोग किया और वोट डालकर अपने गांव लौट गए।

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मतदान केंद्र बनाने की मांग कर चुके हैं ग्रामीण

तिकुनिया: गांव के सरकारी स्कूल को मतदान केंद्र बनाए जाने की मांग चौगुर्जी गांव के ग्रामीण बीते एक दशक से करते आ रहे हैं। मांग पूरी न होते देख परेशान यहां के लोगों ने प्रशासन का ध्यान अपनी ओर खींचने के लिए 2014 के उप विधानसभा का बहिष्कार किया था, लेकिन तत्कालीन जिलाधिकारी ने अगला चुनाव गांव में स्थित प्राथमिक विद्यालय में कराने का वादा कर गांववासियों को राजी कर लिया था। इसके बाद यहां के लोगों को लगने लगा कि उनका सपना अगले चुनाव में जरूर पूरा हो जाएगा। जिला प्रशासन के आश्वासन के बाद भी ग्रामीणों की यह मांग आज तक पूरी न हो सकी।

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