नोटिस मिलने के पांच दिन में जमा करें लाइसेंसी शस्त्र
निर्वाचन आयोग ने लाइसेंस धारकों से कहा है कि वह जिला प्रशासन द्वारा जारी होने वाली नोटिस मिलने के पांच दिन के अंदर हर हाल में अपना लाइसेंसी शस्त्र थाने में जमा करा दें।
लखीमपुर: निर्वाचन आयोग ने लाइसेंस धारकों से कहा है कि वह जिला प्रशासन द्वारा जारी होने वाली नोटिस मिलने के पांच दिन के अंदर हर हाल में अपना लाइसेंसी शस्त्र थाने में या संबंधित दुकान पर जमा कराकर रसीद ले लें।
जिले में अति संवेदनशील प्लस व अति संवेदनशील पोलिग बूथों का आंकड़ा सामने आने के बाद निर्वाचन आयोग बेहद सक्रिय हुआ है। पुलिस को निर्देश दिया है कि वह इस बात की जांच करें कि संबंधित लाइसेंस धारक किसी दंगे, पंचायत चुनाव या अन्य किसी चुनाव के दौरान हिसा भड़काने में पाबंद तो नहीं हुआ है। अगर किसी लाइसेंस धारक की बंदूक जमा नहीं कराई जाती है तो हिसा होने पर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। आयोग ने डीएम व एसपी को पंचायत चुनाव के दौरान निर्देशों का अनुपालन कराने का निर्देश दिया है।
लाइसेंस धारकों के मामलों की समीक्षा के लिए बिदुवार निर्देश जारी किए गए हैं, जिनमें पहला यह है कि लाइसेंस धारक हाल में रिहा हुए हों, उसका आपराधिक इतिहास हो। लाइसेंस धारक किसी समय दंगे में संलिप्त रहा हो या चुनाव के समय हिसा फैलाने में शामिल रहा है। स्क्रीनिग कमेटी द्वारा यह आशंका जताई गई हो कि लाइसेंस धारक चुनाव में बाधा उत्पन्न कर सकता है। स्क्रीनिग कमेटी द्वारा हर हाल में ऐसे लाइसेंस धारकों को चिन्हित कर 15 मार्च तक कार्रवाई पूरी कर लेने का निर्देश दिया गया है कि इन लोगों में अगर लाइसेंस धारक के अधिसूचना जारी होने के बाद व उम्मीदवारी वापस लेने की तारीख से पहले उसे नोटिस दिया जाएगा। उसके शस्त्र जमा करने में विफल होने पर कार्रवाई की जाएगी। आयोग का निर्देश है कि लाइसेंस के मामले में स्क्रीनिग कमेटी का निर्णय अंतिम माना जाएगा।
सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी मधुलता सिंह का कहना है कि चुनाव के समय हर बार बंदूक जमा कराने की प्रक्रिया पूरी की जाती है। अधिकारियों व पुलिस को कारतूसों की खरीद की जांच करने व शस्त्र जमा कराने के निर्देश दिए गए हैं। 'गांव के विवादों की पुलिस को जानकारी दें चौकीदार' पंचायत चुनावों के मद्देनजर चौकीदारों के साथ बैठक कर कोतवाल ने जरूरी हिदायतें दीं। उनको अवैध शराब बनवाने वालों और गांवों के विवादों की समय रहते जानकारी देने को कहा।
कोतवाल डीके सिंह ने कोतवाली परिसर में चौकीदारों के साथ बैठक कर के आगामी पंचायत चुनावों के मद्देनजर अपने-अपने गांवों में पैनी नजर रखने को कहा। कोतवाल ने चौकीदारों से अवैध शराब बनाने वालों के अलावा गांवों के जमीनी,चुनावी रंजिश व गुटबाजी के चले आ रहे झगड़ों की बाबत भी समय रहते पुलिस को जानकारी देने की हिदायत दी। जिससे इन पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सके। इसके अलावा गांव में होने वाली छोटी-बड़ी घटनाओं की जानकारी साझा करने की राय दी। बैठक में कोतवाल के अलावा रामप्रताप, बृजमोहन सिंह, विजय सिंह, कल्याणी त्रिवदी, सुमित सिंह आदि पुलिसकर्मी और सियानंद, छोटेलाल, चंद्रिका प्रसाद, केदारी, काशीराम, राजेंद्र, उत्तम और रामेश्वर आदि चौकीदार शामिल हुए।