परिषदीय स्कूलों के कायाकल्प को मिली 'प्रेरणा'
शशि कुमार पांडेय बेलरायां(लखीमपुर) अब से परिषदीय स्कूल भवनों की बदहाली दूर करने को अब बजट का इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
लखीमपुर : बेसिक शिक्षा विभाग को परिषदीय स्कूलों की बदहाली दूर करने के लिए 'प्रेरणा' मिल गई है। विद्यालयों की मरम्मत और जरूरत का विवरण प्रेरणा एप पर अपलोड किया जाएगा। इसकी विभागीय स्वीकृति के बाद ग्राम पंचायत निधि से भवनों का कायाकल्प कराया जाएगा। खास बात है कि बजट का इंतजार नहीं करना होगा।
मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने जिलों को भेजे पत्र में कहा है कि सत्र 2019-20 को शिक्षा गुणवत्ता उन्नयन वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। ऐसे में विद्यालयों की दशा सुधारने के लिए 14वें वित्त आयोग, राज्य वित्त आयोग, ग्राम निधि सहित अन्य मदों से परिषदीय विद्यालयों में काम कराए जाएंगे। प्रेरणा एप्लिकेशन पर हेडमास्टर विद्यालय में जिसके लिए धनराशि चाहिए उस भवन का फोटो, प्रस्ताव व खर्च का पूरा स्टीमेट अपलोड करेंगे। संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी देखकर स्वीकृत करेंगे। बीएसए इस पर अपना नोट लगाकर संबंधित ग्राम प्रधान को भेजेंगे। फिर ग्राम निधि से पैसा रिलीज किया जाएगा।
ये सूचनाएं होंगी अपलोड
-प्रसाधन, ब्लैक बोर्ड
-स्वच्छ पेयजल, जल निकासी
-दीवार, छत, दरवाजे, खिड़की व फर्श की मरम्मत
-इंटरलॉकिग टाइल्स व विद्युतीकरण
-किचन शेड, फर्नीचर आदि
-अतिरिक्त कक्ष का निर्माण
आंकड़ों पर नजर
-2719 प्राथमिक विद्यालय
-1137 उच्च प्राथमिक विद्यालय
-3856 कुल परिषदीय विद्यालय
-05 लाख कुल छात्र-छात्राएं
परिषदीय विद्यालय के भवनों की हालत को सुधारने का रास्ता साफ हो गया है। प्रधानों को भी विद्यालयों में काम कराने में दिक्कत नहीं होगी। इस बारे में सभी ग्राम प्रधानों और संबंधित अधिकारियों को सूचना दे दी गई है।
-बुद्ध प्रिय सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी