किताबें पाकर खिले बच्चों के चेहरे

होने के बाद स्कूलों में किताबों का वितरण भी शुरू हो गया है। स्कूल खुले तो सबसे पहले मरूआ पश्चिम स्कूल में बच्चों को किताबों का वितरण किया गया। निशुल्क किताबें पाकर बच्चों के चेहरे खिल उठे। नवीन शैक्षिक सत्र में एक ही परिसर में बने प्राइमरी व उच्च प्राइमरी स्कूलों का एक में ही संविलियन हो गया है। जिसके तहत अब स्कूल कक्षा एक से आठ तक के हो गए हैं। स्कूल खुला तो नवीन सत्र के प्रथम दिन बच्चों को किताबें उपलब्ध कराई गईं। प्रधानाध्यापक अरूण कुमार वर्मा की मौजूदगी में सभी बच्चों को किताबों का वितरण किया गया। हालांकि 270 बच्चों में 197 बच्चे ही उपस्थित रहे। इस मौके पर स्कूल की शिक्षिकाएं अनुराधा प्रियंका अग्रवाल मंजूषा मिश्रा राकेश गुप्ता व परमानंद आदि स्टाफ भी मौजूद रहा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 04 Apr 2019 10:29 PM (IST) Updated:Thu, 04 Apr 2019 10:29 PM (IST)
किताबें पाकर खिले बच्चों के चेहरे
किताबें पाकर खिले बच्चों के चेहरे

लखीमपुर: नवीन शैक्षिक सत्र शुरू होने के बाद स्कूलों में किताबों का वितरण भी शुरू हो गया है। स्कूल खुले तो सबसे पहले मरूआ पश्चिम स्कूल में बच्चों को किताबों का वितरण किया गया। निशुल्क किताबें पाकर बच्चों के चेहरे खिल उठे। नवीन शैक्षिक सत्र में एक ही परिसर में बने प्राइमरी व उच्च प्राइमरी स्कूलों का एक में ही संविलियन हो गया है। जिसके तहत अब स्कूल कक्षा एक से आठ तक के हो गए हैं। स्कूल खुला तो नवीन सत्र के प्रथम दिन बच्चों को किताबें उपलब्ध कराई गईं। प्रधानाध्यापक अरूण कुमार वर्मा की मौजूदगी में सभी बच्चों को किताबों का वितरण किया गया। हालांकि 270 बच्चों में 197 बच्चे ही उपस्थित रहे। इस मौके पर स्कूल की शिक्षिकाएं अनुराधा, प्रियंका अग्रवाल, मंजूषा मिश्रा, राकेश गुप्ता व परमानंद आदि स्टाफ भी मौजूद रहा।

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