डाक्टरों पर हो रहे हमलों से आइएमए में रोष, डीएम को सौंपा ज्ञापन
डाक्टरों पर हो रही हिसा के विरोध में शुक्रवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के केंद्रीय नेतृत्व के आहवान पर आइएमए लखीमपुर ने विरोध-प्रदर्शन दिवस मनाया।
लखीमपुर : डाक्टरों पर हो रही हिसा के विरोध में शुक्रवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के केंद्रीय नेतृत्व के आह्वान पर आइएमए लखीमपुर ने राष्ट्रीय विरोध प्रदर्शन दिवस के रूप में मनाया। सभी सदस्यों ने काला फीता, काला मास्क व काले कपड़े पहनकर दिनभर ओपीडी में मरीजों को देखा।
सभी प्राइवेट डॉक्टरों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपकर असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि ऐसे लोगों को कड़ा से कड़ा दंड दिया जाए। अध्यक्ष डा. अमरजीत सिंह सलूजा ने कहा कि मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट को प्रदेश में कड़ाई से लागू किया जाए। कोविड महामारी के दौरान जान गवा चुके डॉक्टरों को उचित पहचान एवं सम्मान दिया जाए व टीकाकरण को और सु²ढ़ किया जाए। इस मौके पर उनके साथ सचिव डॉ. पवन गर्ग, मीडिया सचिव डॉ. एमआर खान, डॉ. धर्मेंद्र पालीवाल, डॉ. रमेश मेहरोत्रा, डॉ. अक्षत मिश्रा, डॉ. मुकेश गुप्ता, डॉ. नीरज सिंह, डॉ. संजीव भल्ला, डॉ. रूपक टंडन व अन्य सदस्य मौजूद रहे। अस्पताल का गेट खुलवाने को ग्रामीण लामबंद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फरधान का बंद गेट खुलवाने को लेकर ग्रामीणों ने लड़ाई तेज कर दी है। कई दिनों से जिलाधिकारी और उच्च अधिकारियों को प्रार्थना पत्र देकर गेट खुलवाने की मांग कर रहे ग्रामीणों ने शुक्रवार सुबह 10:00 बजे अस्पताल गेट पर इकट्ठे होकर अस्पताल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
ग्रामीणों का कहना है कि अस्पताल बनाने से पहले भी ग्रामीणों का इसी जगह से रास्ता था। खड़ंजा भी लगा था। पहले अस्पताल वालों ने बाउंड्री वाल बनवाकर गेट रख दिया और अब कोरोना का बहाना करके गेट बंद करवा दिया।
बंद गेट खुलवाने के लिए ग्रामीणों ने भी जमकर विरोध किया। गुरुवार को एक प्रतिनिधिमंडल संयुक्त हस्ताक्षर वाला प्रार्थना पत्र लेकर डीएम से मिला था। डीएम ने यह प्रार्थना पत्र एसडीएम सदर को मार्क किया था। शुक्रवार को ग्रामीणों ने एसडीएम सदर को मिलकर प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार की है। प्रार्थना पत्र पर मो. इदरीस, अखिलेश कुमार, गुड्डू, नीरज सहित दर्जनों ग्रामीणों के हस्ताक्षर हैं। एसडीएम सदर अरुण कुमार सिंह ने बताया कि प्रार्थना पत्र की जांच करवा कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।