ग्रामीण क्षेत्रों में कम हो रहा है कोरोना का प्रभाव

ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना महामारी का प्रभाव कम हो रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 May 2021 10:28 PM (IST) Updated:Wed, 19 May 2021 10:28 PM (IST)
ग्रामीण क्षेत्रों में कम हो रहा है कोरोना का प्रभाव
ग्रामीण क्षेत्रों में कम हो रहा है कोरोना का प्रभाव

लखीमपुर : ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना महामारी का प्रभाव कम हो रहा है। शहर की ग्राम पंचायत सुआगाड़ा में जहां अब तक एक माह में सिर्फ चार मौतें हुई हैं। बीमारों की संख्या लगभग शून्य है, वहीं ग्राम पंचायत राजापुर में भी न के बराबर ही मरीज हैं। जबकि यहां मौतों का आंकड़ा 15 है। ग्रामीणों का भी कहना है कि दो बार सरकारी टीम आकर सैनिटाइजेशन कर गई है, लोगों की जांच भी कर गई है, फिलहाल अभी वहां कोई भी बीमार व्यक्ति नहीं है। शुरुआत में करीब छह लोग बीमार हुए थे उसके बाद सब स्वस्थ हो गए।

शहर से सटी ग्राम पंचायत सुआगाड़ा जिला मुख्यालय के उत्तर में है। करीब सात हजार के आसपास यहां की जनसंख्या है। यहां वर्तमान में कोरोना महामारी की स्थिति लगभग शून्य है। ग्राम प्रधान के मुताबिक अब तक एक माह में सिर्फ चार मौतें हुई हैं वह भी काफी उम्रदराज लोगों की। उसमें लगभग दो लोग कोरोना से मरे हैं। इसके अलावा कहीं कोई मौत नहीं हुई है। इस समय गांव में कोई बीमार भी नहीं है। यहां के ग्रामीण भी बताते हैं कि कोई प्रभाव ज्यादा नहीं है। गांव के बृजेश कुमार बताते हैं कि एक बार टीम आई थी जो सैनिटाइजेशन भी कर रही थी। कुछ लोगों को मास्क भी दिए थे। विपिन बताते हैं कि गांव में इसमें कोई मरीज नहीं है। पहले इक्का-दुक्का लोग बीमार हुए थे। इसके बाद यहां एक बार जांच के लिए डॉक्टर्स की टीम भी आई थी। फिर सब सही है। वर्तमान प्रधान अनीता वर्मा के मुताबिक एक माह में सिर्फ चार मौतें हुई हैं। इसके अलावा कहीं कोई व्यक्ति बीमार नहीं है, सभी स्वस्थ हैं। पूर्व प्रधान अंसार महलूद का कहना है कि ग्रामीणों की सावधानी के कारण यहां कोई महामारी नहीं है। बराबर लोग शारीरिक दूरी का ध्यान रखते हैं। मास्क लगाते हैं। गांव में सफाई रहती है।

ग्राम पंचायत राजापुर में भी लगभग यही हालात हैं। यहां भी कोरोना के कोई मरीज नहीं मिले। ग्रामीणों ने बताया कि अप्रैल में 15-20 लोग बीमार हुए थे। यहां के निवासी प्रमोद वर्मा बताते हैं कि दो बार जांच टीम आई थी, जिसने लोगों की जांच की है। कामता प्रसाद बताते हैं कि गांव में कहीं कोई बीमार नहीं है। बराबर सफाई रहती है। ग्राम प्रधान महिपाल यादव का कहना है कि वे ज्यादा कुछ तो नहीं बता सकते। बीमारों के बारे में भी पता नहीं लेकिन, करीब 15 मौतें हुई हैं। पिछले महीने से अब तक इसमें कुछ मरीज कोरोना के भी रहे हैं। करीब दो बार जांच के लिए टीम भी स्वास्थ्य विभाग से आई है। पूर्व प्रधान ललिता देवी बताती हैं कि गांव में स्थितियां सही हैं, फिलहाल यहां कोविड का कोई मरीज नहीं है।

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