नंद जी के अंगना में बज रही आज बधाई..
झमाझम बारिश के बीच बुधवार को भी जिले में मनाई जा रही जन्माष्टमी। मथुरा में भी बुधवार को जन्माष्टमी के पर्व की तर्ज पर खीरी जिले में भी जगह-जगह आज जन्माष्टमी मनाई जा रही है।
लखीमपुर : जिले में झमाझम बरसात के बीच बुधवार को भी श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया जा रहा है। मथुरा में भी बुधवार को जन्माष्टमी के पर्व की तर्ज पर खीरी जिले में भी जगह-जगह आज जन्माष्टमी मनाई जा रही है। पुलिस लाइन में भी यह पर्व आज मनाया जाएगा। हालांकि इस दौरान कोई आयोजन नहीं होगा लेकिन मंदिरों व पुलिस लाइन के परंपरागत स्थानों को भव्यता के साथ सजाया गया है। वहीं दूसरी ओर बुधवार सुबह से बन रहे माहौल और दोपहर बाद शुरू हुई बरसात से लोगों को गर्मी से भी निजात मिली है।
जन्माष्टमी हो और बरसात न हो ऐसा नहीं हो सकता। भले ही दूसरे दिन वैष्णवों की जन्माष्टमी ही क्यों न हो। ग्रहों के बाद दूसरे दिन संतों की जन्माष्टमी शहर के विभिन्न मंदिरों में मनाई गई। जहां पर भजन-कीर्तन के साथ लोगों ने कृष्ण कन्हैया की आरती उतारी और उन्हें पालना झूला या रात भर भजनों की रत्नों का सिलसिला चलता रहा। नन्द जी के अंगना में बज रही आज बधाई . . . जैसे गीतों पर लोग थिरकते नजर आए। शहर के पुलिस लाइन के मंदिर में पुरोहितों ने आरती उतारी। हालांकि कोविड-19 के चलते यहां पर इक्का-दुक्का लोग ही मौजूद रहे। इसके अलावा श्रीराम नवमी मंदिर में भी भगवान श्री कृष्ण को जन्म के बाद उनका पूजन करके पालने में रखकर झूला चलाया गया। सदर चौराहे के आगे वाले कृष्ण मंदिर में राधे ब्रजराज मंदिर सेठ घाट तथा विभिन्न मंदिरों में लोगों ने भगवान श्री कृष्ण की आरती उतारी। इस दौरान दो से चार की संख्या में भक्त भी मौजूद रहे। घंटा घड़ियाल शंख ध्वनि के बीच आरती के बाद प्रसाद वितरण भी किया गया। देर शाम तक बाजारों में लोग भगवान श्री कृष्ण के लिए राजमुकुट, मोर, पंख मुरली तथा उनकी मूर्तियां खरीदते नजर आए। वहीं लोगों ने बाजार से अपने बच्चों को श्री कृष्ण बनाने के लिए उनके नाम के धोती कुर्ते भी खरीदे।