गंदगी के 'केंद्र' पर होगी स्वच्छता की परीक्षा
तस्वीर अभी इसके उलट ही है। शहर में मुख्य सड़कों से लेकर मुहल्लों में और सार्वजनिक स्थलों पर गंदगी की भरमार है।
लखीमपुर : नगरीय स्वच्छता की परीक्षा की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। महज 24 दिन बाद 'इम्तिहान' होगा। अधिकारी भले ही तैयारी मुकम्मल होने का दावा करें, पर हकीकत छिपी नहीं है। शहर गंदगी के 'केंद्र' पर स्वच्छता की परीक्षा देकर कैसे अव्वल रैंक हासिल करेगा, यह वक्त बताएगा। फिलहाल जो हालात हैं, उसे चार दृश्यों को देखकर समझ लीजिए।
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दृश्य एक : शहर की सब्जी मंडी में आर्यकन्या डिग्री कॉलेज के पास बने डलावघर से सड़क तक कचरा फैला है। इससे सब्जी मंडी आने-जाने वालों को हर समय दुर्गध झेलनी पड़ती है।
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दृश्य दो : खीरी रोड पर विकास भवन के पास बने डलावघर का कचरा सड़क तक फैला है। यहां कचरे में बेसहारा पशु भी विचरण करते रहते हैं। दुर्गध से लोग बेहाल हो रहे हैं।
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दृश्य तीन : शहर के टैक्सी स्टैंड के पास भी हालात बदतर हैं। यहां भी डलावघर का कचरा और गंदगी सड़क तक फैली रहती है। पास में स्कूल और जिला अस्पताल तक दुर्गध जाती है।
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दृश्य चार : मुहल्ला मिश्राना का गंगना ताल वर्षों से गंदगी का पर्याय बना है। यहां अघोषित डलावघर है। कूड़ा-कचरा सड़क तक फैला रहता है।
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ऐसे होगा स्वच्छता सर्वेक्षण :
चार जनवरी से 31 जनवरी तक सर्वे होगा। सर्वेक्षण टीम स्वच्छता का निरीक्षण करेगी। लोगों से सफाई को लेकर सवाल भी करेगी। पूर्णाक 1500 है। लोगों के जवाब के आधार पर अंक मिलेंगे।
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फैक्ट फाइल
कुल वार्ड : 30
आबादी : 1.70 लाख (2011 की जनगणना के अनुसार)
उपलब्ध सफाई कर्मी : 453 (नियमित : 63, संविदा : 110, ठेका : 280)
सफाई कर्मी होने चाहिए : 650
लोडर : 03
डंफर : 03
छोटी गाड़ियां : 15
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सफाई अभियान चलाया जा रहा है। कचरे के लिए डंपिग ग्राउंड बन गया है, इससे शहर को स्वच्छ बनाने में आसानी होगी। वाहनों की कमी भी जल्द पूरी हो जाएगी।
-आरआर अंबेश, अधिशाषी अधिकारी, नपाप