बिलों के सत्यापन के लिए खंडवार टीमें गठित

लखीमपुर : प्रमोशन ऑफ एग्रीकल्चर मैकेनाइजेशन फार इन सीटू मैनेजमेन्ट ऑफ क्राप रेजिड्यू यो

By JagranEdited By: Publish:Mon, 12 Nov 2018 11:36 PM (IST) Updated:Mon, 12 Nov 2018 11:36 PM (IST)
बिलों के सत्यापन के लिए खंडवार टीमें गठित
बिलों के सत्यापन के लिए खंडवार टीमें गठित

लखीमपुर : प्रमोशन ऑफ एग्रीकल्चर मैकेनाइजेशन फार इन सीटू मैनेजमेन्ट ऑफ क्राप रेजिड्यू योजनांतर्गत छह नवंबर तक अपलोड किये गये बिलों का स्थलीय सत्यापन के लिए जिले के राजपत्रित अधिकारियों की विकास खंडवार टीमों का गठन किया गया है। इन सभी अधिकारियों को उनके दायित्व की लिखित सूचना दे दी गई है। उप कृषि निदेशक द्वारा जनपद के कृषकों से अनुरोध किया गया है कि खरीदे गये यंत्र को संबंधित सत्यापन अधिकारी को दिखाकर उनके साथ फोटोग्राफी भी कराएं। सत्यापन आख्या सहित फोटो अपलोड होने के बाद ही लखनऊ से यंत्रों का अनुदान सीधे लाभार्थी कृषक के खाते में भेजा जाएगा। इसके लिए समय सीमा 15 नवंबर दोपहर तक निर्धारित है। कौन बना कहां का सत्यापन अधिकारी प्रमोद कुमार, भूमि संरक्षण अधिकारी (जिलायोजना) विकास खंड-मोहम्मदी, पसगवां, मितौली, सलीमुद्दीन कृषि रक्षा अधिकारी विकास खंड - धौरहरा, ईसानगर, रमियाबेहड़, सतीश कुमार पाण्डेय, भूमि संरक्षण अधिकारी (गोमती) आवंटित विकास खड-गोला, बॉकेगंज, बिजुआ, सत्येंद्र प्रताप ¨सह विकास खड - लखीमपुर, निघासन, पलिया एवं धर्मेंद्र प्रताप ¨सह, प्रक्षेत्र प्रबंधक राजकीय कृषि बीज संव‌र्द्धन प्रक्षेत्र आवंटित विकास खंड - फूलबेहड़, बेहजम एवं नकहा। इन सत्यापन अधिकारियों द्वारा 15 नवंबर की पूर्वान्ह 12 बजे तक सत्यापन कर आख्या उपलब्ध कराया जाना है। जिसको ऑन लाइन अपलोड कराकर कृषि निदेशालय स्तर से भुगतान किया जायेगा। सत्यापनकर्ता अधिकारी को संबंधित किसान तथा क्रय किए गए यंत्रों के साथ ग्रुप फोटो खींचकर अपलोड करना होगा। इसके अतिरिक्त दूसरा फोटो लेना होगा जो सी.एम.एल. नंबर सहित पठनीय फोटो लेकर अपलोड करना आवश्यक है। यंत्र का सीएमएल नंबर यंत्र पर लिखा होना आवश्यक है।

chat bot
आपका साथी