हाथियों ने मंथना तक बढ़ाया उत्पात का दायरा

लखीमपुर जंगल की नर्सरी का गेट तोड़कर जमकर उत्पात मचाने के बाद प्रवासी हाथियों का झुंड

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 10:10 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 10:10 PM (IST)
हाथियों ने मंथना तक बढ़ाया उत्पात का दायरा
हाथियों ने मंथना तक बढ़ाया उत्पात का दायरा

लखीमपुर: जंगल की नर्सरी का गेट तोड़कर जमकर उत्पात मचाने के बाद प्रवासी हाथियों का झुंड छठे दिन गोला मोहम्मदी हाइवे को क्रास करते हुए पूरब की तरफ नए इलाके की ओर बढ़ गया। हाथियों के रोड क्रास करते समय रेस्क्यू में लगी वन टीम ने इनका वीडियो भी बनाया। इस दौरान कुछ देर के लिए रोड से निकलने वाले राहगीरों एवं वाहनों की रफ्तार थम गई। रेंजर मो. मोवीन आरिफ, एसडीओ अशोक कुमार के नेतृत्व में काम कर रहे वन एवं एसटीपीएफ की टीमों ने हाथियों का पीछा करते हुए मंथना तक का सफर तय किया। तब जाकर पुन: इनको वापस मोड़ने के लिए टीम के द्वारा धुंआ व पटाखे दागकर लौटाया। इधर गोला मोहम्मदी हाइवे क्रास कर पश्चिम की तरफ निकलते समय हाथी दो अलग-अलग झुंडों में बंटकर भटक गए। इस बीच मोहम्मदी मार्ग से मंथना के बीच पड़ने वाले गांवों छेदीपुर निवासी रियाजुल गाजी, दिस्तापुर के दलसिंह, देवरिया के कय्यूम, यासीनपुर, नौवाखेड़ा, साहबगंज के दर्जनों किसानों की गन्ना व धान की फसलों को रौंदने से नुकसान पहुंचा है। बाघों की बादशाहत वाले इस इलाके में अब हाथियों की दहशत कम होने का नाम नहीं ले रही है। छह दिनों में सैकड़ों किमी का सफर तय कर हाथियों के झुंड ने दर्जनों गांवों के सैकड़ों किसानों की फसलों को क्षतिग्रस्त कर दिया है। नए इलाके में आए हाथी कहीं जंगल तो कहीं गन्ने व धान के खेतों में द्वंद मचा रहे हैं। नेपाल से सटे दुधवा के जंगलों से भटके हाथी पीलीभीत, मैलानी बांकेगंज के रास्ते यहां आए थे। हलकान वनकर्मी ग्रामीणों को अलर्ट करने में लगे हुए हैं। वन दारोगा जगदीश वर्मा ने बताया कि हाथियों को वापस मोड़ने एवं जनमानस की सुरक्षा के लिए अलग अलग टीमें काम कर रहीं हैं।

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