महिलाएं उचित फोरम पर दमदारी से उठाएं आवाज : डीएम

कुशीनगर के डीएम ने महिलाओं और छात्राओं के साथ हक की बात कार्यक्रम में कहा कि महिलाएं अपनी लड़ाई लड़ने के लिए उचित फोरम में रखें बात तथा किसी भी मुद्दे पर खुल कर बात करें।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Dec 2021 11:34 PM (IST) Updated:Thu, 02 Dec 2021 11:34 PM (IST)
महिलाएं उचित फोरम पर दमदारी से उठाएं आवाज : डीएम
महिलाएं उचित फोरम पर दमदारी से उठाएं आवाज : डीएम

कुशीनगर : महिलाएं व बालिकाएं उत्पीड़न व अधिकारों को लेकर सचेत रहें। इसे दबाएं नहीं बल्कि उचित फोरम पर अपनी बात दमदारी से उठाएं।

यह बातें गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में हक की बात कार्यक्रम में डीएम एस राजलिगम ने कहीं। उन्होंने कहा कि हक की बात इसलिए की जाती है कि इससे महिला सशक्तीकरण को लेकर जागरूकता फैलेगी और आत्मविश्वास बढ़ेगा। महिलाएं अपने अधिकारों के प्रति सतर्क रहेंगी। मिशन शक्ति 3.0 योजना अंतर्गत महिलाओं एवं बालिकाओं को सुरक्षित एवं स्वावलंबी बनाए जाने के लिए चलाए जा रहे इस विशेष अभियान में पारस्परिक संवाद कार्यक्रम में दहेज प्रथा, लैंगिक असमानता, बाल विवाह, छेड़छाड़ आदि मुद्दों पर स्कूली छात्राओं व महिलाओं ने डीएम से सीधे सवाल पूछे। डीएम ने दहेज प्रथा के मुद्दे पर कहा कि यह एक सामाजिक मुद्दा है। इसे समाज के लोगों को जागरूक करके ही दूर किया जा सकता है। इस मुद्दे पर बहुत हद तक सुधार हुआ है। सबको अपने हक के लिए खुद ही लड़ना व सक्षम बनाना होगा। डीएम ने इस बात पर जोर दिया कि पीड़ित अपनी बात जरूर रखें। लैंगिक असमानता के मुद्दे पर कहा कि इसकी आवाज आप लोगों को ही देनी होगी। जागरूकता से ही समस्याओं का समाधान होगा। कुछ कमियां घर वालों में भी होती हैं जो लड़कियों को सहन करने की शिक्षा देते हैं। कहते हैं कि महिला हो तो सहन करो। लेकिन हमें अपनी हक की बात को हर फोरम पर कहना होगा। यदि आपकी बात थाने पर नहीं सुनी जा रही है तो एसपी के पास जाइए, मुझे बताइए। यदि आप सही हैं तो अपनी बात को मजबूती से कहना होगा। विधिक विशेषज्ञों ने कानूनी सलाह दी व धाराओं के बारे में बताया। जिला प्रोबेशन अधिकारी विनय कुमार, बाल कल्याण समिति दीपाली सिन्हा, जिला कार्यक्रम अधिकारी शैलेंद्र राय समेत संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

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