गांव की दहलीज पर ग्रामीणों ने खींची बचाव की लक्ष्मण रेखा
कुशीनगर के खड्डा ब्लाक के लक्ष्मीपुर पड़रहवा गांव में कोरोना से बचाव की अनूठी पहल ग्रामीणों ने की है गांव के प्रमुख मार्गों पर बैरिकेडिग किया गया है जांच के बाद ही मिलता है प्रवेश मास्क अनिवार्य हाथ कराया जाता है सैनिटाइज।
कुशीनगर : कोरोना से बचाव को लेकर खड्डा ब्लाक के लक्ष्मीपुर पड़रहवां के ग्रामीणों ने गांव की दहलीज पर बचाव की लक्ष्मण रेखा खींची है। इससे गांव में संक्रमण के पांव ठहर से गए हैं, लोगों में सुरक्षा का भाव मजबूत हुआ है। गांव के प्रमुख मार्गों पर बैरिकेडिग की गई है। बाहर से आने वाले हर किसी की जांच-पड़ताल की जा रही है। बुखार की जांच के साथ ही हाथ सैनिटाइज किया जाता है। बिना मास्क गांव में जाने पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है। मकसद है, गांव को कोरोना की दूसरी लहर से पूरी तरह से सुरक्षित रखना और ग्रामीणों को संक्रमण से बचाना
दरअसल, कोरोना की दूसरी लहर में जब संक्रमण ने गांवों की ओर रुख किया तो ग्रामीणों ने पूरी तैयारी के साथ इसको रोकने को लेकर मोर्चेबंदी की। गांव के नव निर्वाचित ग्राम प्रधान आनन्द चौहान ने ग्रामीणों संग बैठक कर कहा कि गांव को संक्रमण से बचाना है तो मिलकर पहल करनी होगी। सभी ने इस पर सहमति देने के साथ ही सहयोग की बात कही। फिर क्या था, एक मई से कोरोना से जंग को लेकर गांव को सुरक्षा कवच पहनाने का काम शुरू हो गया। प्रवेश द्वार पर बैरिकेडिग कर दी गई। तय हुआ कि यहां दो-दो ग्रामीण अलग-अलग दिन ड्यूटी देंगे। बिना मास्क के आने वाले व्यक्तियों को गांव से बाहर ही रोककर मास्क उपलब्ध कराया जा रहा है। बैरिकेडिग के पास बाल्टी में रखे पानी व साबुन से हाथ धुलवाने के साथ ही सैनिटाइजर से हाथ सैनिटाइज कराकर ही गांव में प्रवेश करने दिया जा रहा है।
सब करते हैं आर्थिक सहयोग, नियम के पालन को कड़ाई
इस मुहिम में ग्रामीण अपनी स्वेच्छा से आर्थिक सहयोग देते हैं। इसी से मास्क, सैनिटाजर, झाड़ू, साबुन, गांव में छिड़काव के लिए हाइपोक्लोराइड मंगाया जाता है। ग्रामीण खुद की पहल कर कोविड प्रोटोकाल का पालन पूरी कड़ाई करते हैं तो दूसरों से भी कराते हैं। बाहर से आने वालों को भी इसका पालन करना पड़ता है।
अनूठी पहल सुन पहुंचे थे एसडीएम
ग्रामीणों की इस अनूठी पहल को सुनकर एसडीएम अरविद कुमार गांव पहुंचे थे और प्रशंसा करते हुए कहा था कि यदि ऐसी पहल सभी गांव करें तो कोरोना को हारना ही होगा। इससे अन्य गांवों को प्रेरणा लेनी चाहिए।
केवल सरकार के भरोसे नहीं हारेगा कोरोना
इसकी पहल के सूत्रधार नव निर्वाचित ग्राम प्रधान आनंद चौहान बताते हैं कि गांव में संक्रमण का खतरा देख मैंने पहल की तो ग्रामीणों ने भी पूरा साथ दिया। हम केवल सरकार के भरोसे कोरोना को नहीं हरा सकते। मुन्ना जायसवाल कहते हैं कि चूंकि यह सबकी सुरक्षा का मामला है, इसलिए सब साथ मिलकर चल रहे हैं। रुदल राय बताते हैं कि हमारी इस सतर्कता से कोरोना का संक्रमण गांव में रुक गया है। एक मई के बाद गांव में कोई संक्रमित नहीं हुआ है।