नीलामी न होने से थानों में जंग खा रहे वाहन

कुशीनगर के थानों में पुलिस की लापरवाही व उपेक्षा के चलते वाहनों की नहीं हो पा रही नीलामी यहां वाहनों के रखने का कोई इंतजाम भी नहीं है कुछ ही दिन में यह वाहन नीलामी योग्य भी नहीं रह जाएंगे।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 12:06 AM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 12:06 AM (IST)
नीलामी न होने से थानों में जंग खा रहे वाहन
नीलामी न होने से थानों में जंग खा रहे वाहन

कुशीनगर : सर्किल के खड्डा व हनुमानगंज पुलिस की ओर से अलग-अलग मामलों में जब्त किए गए दो पहिया व चार पहिया वाहन कानूनी जटिलताओं की वजह से थाने में जंग खा रहे हैं। इनमें दोपहिया की संख्या अधिक है। कई वर्षों से तेज धूप, बारिश व ठंड की मार झेल रहीं अधिकांश वाहन खराब हो चुके हैं। इन्हें कौड़ी के भाव भी नहीं बेचा जा सकता।

खड्डा व हनुमानगंज थाने में तमाम वाहन 10 वर्ष से अधिक समय से पड़े हैं। पुलिस विभाग अगर इन्हें नीलाम करा देता तो राजस्व बढ़ जाता। पुलिस की ओर से पकड़ी गई गाड़ियों को रखने के लिए शेड जरूरी है, लेकिन खड्डा सर्किल के किसी भी थाने में शेड नहीं है। मुकदमों के पेंच और न्यायालय के आदेश के इंतजार में अधिकांश गाड़ियां बेकार हो जाती हैं। सीओ शिवाजी सिंह ने कहा कि उच्चाधिकारियों के आदेश पर ही पकड़ी गई गाड़ियों की नीलामी की जाती है। इसके लिए कोर्ट का आदेश भी जरूरी होता है।

करंट की चपेट में आने से पांच श्रमिक घायल, दो गंभीर

सेवरही कस्बे से शिवाघाट जाने वाले मार्ग पर रविवार की देर शाम मकान के छत की ढलाई के दौरान करंट की चपेट में आने से पांच श्रमिक घायल हो गए, जिसमें दो की हालत गंभीर है।

बिहार प्रांत के पश्चिमी चंपारण जिले के ठकरहा थाने के कोइरपट्टी गांव के 12 श्रमिक ढलाई कार्य करने आए थे। यह लोग सरिया उठाने के दौरान अचानक निर्माणाधीन मकान के बगल से गुजर रहे हाईटेंशन तार की चपेट में आ गए। घटना में रामायण, जितेंद्र, शंभू, अवधेश, बृजकिशोर सहित पांच श्रमिक झुलस गए। घायलों को एक निजी अस्पताल में ले जाया गया, जहां तीन को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। दो की स्थिति गंभीर है।

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