नारायणी में बड़ा हादसा होने से बचा, नदी से सुरक्षित निकाले गए नाव सवार दो सौ लोग
नदी इस पार के एक दर्जन से अधिक गांव के लोग उस पार दियारा में परिवार समेत खेती किसानी के लिए गए थे। लौटते समय बीच नदी में ही नाव के इंजन का तेल समाप्त हो गया। नाव नदी की धारा में बहने लगी।
गोरखपुर, जेएनएन। बिहार सीमा से सटे नारायणी उस पार कुशीनगर जिले के दियारा क्षेत्र से गुरुवार की रात 200 लोगों को लेकर नदी में फंसी नाव से लोगों को शुक्रवार सुबह रेस्क्यू कर एसडीआरफ टीम द्वारा सुरक्षित निकाल लिया गया। पूरी रात डीएम और एसपी नदी किनारे अनहोनी की आशंका के बीच कैंप करते रहे।
परिवार सहित गए थे खेती किसानी के लिए
बताया जा रहा है कि नदी इस पार के एक दर्जन से अधिक गांव के लोग उस पार दियारा में परिवार समेत खेती किसानी के लिए गए थे। इनको लाने के लिए प्रशासन की डर से नाव मालिक रात के अंधेरे में नाव लेकर उस पार गया और उधर से लौटते समय बीच नदी में ही नाव के इंजन का तेल समाप्त हो गया। नाव नदी की धारा में बहने लगी और बरवापट्टी घाट से पांच किलोमीटर दूर अमवादिगर गांव के सामने बने ठोकर के समीप जाकर फंस गई।
उफनाई नदी में छोटी नाव से जाना जोखिम भरा
छोटी नाव से उफनाई नदी में जाकर लोगो को बचा पाना मुश्किल था। अनहोनी की आशंका के चलते रात 11 बजे डीएम व एसपी पूरी टीम के साथ पहुंचे तो जरूर, लेकिन अंधेरे व नदी के उफान के चलते कुछ कर न सके। पूरी रात मूक दर्शक बने रहे। उधर नदी की धारा में फंसे लोग बचाने की गुहार लगाते हुए पूरी रात चीखते-चिल्लाते रहे। सुबह पांच बजे एसडीआरफ टीम पहुंची और उनको सुरक्षित निकालने के लिए दो घंटे का रेस्क्यू चलाया। सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। नाव पर पुरुषों के साथ महिलाएं व बच्चे भी थे तो 100 मवेशी भी। जिलाधिकारी एस राजलिंगम, एसपी सचिंद्र ने बताया कि एक बड़ा हादसा होने से बचा। प्रशासन द्वारा नदी के खतरनाक रुख को देखते हुए नाव के चलने पर रोक लगाई गई थी, फिर भी खतरा मोल लिया गया। अब सख्ती से कार्रवाई होगी।
दियारा के लोगो के साथ सौतेला व्यवहार करती है सरकार
मौके पर पहुंचे तमकुहीराज के विधायक व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि तमकुहीराज विधान सभा क्षेत्र के तीस फीसद किसानों की खेती नदी उस पार दियारा में ही है। लोगो की मजबूरी है नदी उस पार जाना। सदन में कई बार पीपा लगवाने की बात कही, लेकिन विपक्ष के विधायक के चलते हमारी बात गंभीरता से नहीं ली जाती है।