ेकुशीनगर में क्षतिग्रस्त हो गए पर्यटक विश्राम स्थल
कुशीनगर में पर्यटकों की सुविधा के लिए स्थापित किए गए विश्राम स्थल टूट रहे हैं यह लोगों के आकर्षण का केंद्र हैं इनके पास बनाए गए हैं भगवान बुद्ध से संबंधित चित्र।
कुशीनगर: अंतरराष्ट्रीय पर्यटक केंद्र कुशीनगर में नगरपालिका की ओर से पर्यटकों की सुविधा के लिए बुद्ध मंदिर मार्ग के किनारे स्थापित किए गए अधिकांश पर्यटक विश्राम स्थल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इससे पर्यटकों को असुविधा हो रही है। साथ ही पर्यटक स्थली का सौंदर्य भी प्रभावित हो रहा है।
कुशीनगर में सुरक्षा के लिए चौकी पुलिस, पर्यटक पुलिस के अलावा होमगार्ड के जवानों की तैनाती होती है। इसके बावजूद पर्यटक विश्राम स्थलों का क्षतिग्रस्त होना और तोड़ने वालों के विरुद्ध कोई कार्रवाई न होना चिता का विषय है। पुलिस चौकी के सामने लगा पर्यटक विश्राम स्थल भी क्षतिग्रस्त हो गया है। नगरपालिका की तरफ से बुद्ध द्वार से रामाभार स्तूप तक 10 आकर्षक पर्यटक विश्राम स्थल बनाए गए हैं। इसके सटे डिस्प्ले स्क्रीन भी लगाए गए हैं। विश्राम स्थल के बैक स्क्रीन पर कुशीनगर के मंदिरों व अन्य स्थलों के आकर्षक चित्र हैं, जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। नगरपालिका परिषद कुशीनगर के अधिशासी अधिकारी प्रेमशंकर गुप्त का कहना है कि कुछ लोगों ने पर्यटक विश्राम स्थल को क्षतिग्रस्त कर दिया है। शीघ्र ही इसकी मरम्मत कराई जाएगी।
नहीं हटा अतिक्रमण, एक सप्ताह की मोहलत
नागरिक उड्डयन विभाग की भूमि से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई सोमवार को पूरी नहीं हो सकी। तहसील प्रशासन बुलडोजर लेकर मौके पर पहुंचा तो कई अतिक्रमणकारी बरसात का हवाला देकर कुछ दिन की मोहलत मांगने लगे। प्रशासन ने तीन लोगों के अतिक्रमण हटाए शेष को स्वत: हटने के लिए एक सप्ताह का समय दिया।
जागरण ने 20 सितंबर के अंक में पेज दो पर नागरिक उड्डयन विभाग की भूमि पर फिर अतिक्रमण संबंधी खबर प्रमुखता से प्रकाशित किया था। नगर के पडरौना रोड किनारे स्थित नागरिक उड्डयन विभाग की यह भूमि लगभग 1.55 एकड़ है। वर्षों से इस पर कब्जा था। बीते दिनों तहसील प्रशासन ने इसे खाली कराया और नगरपालिका के सहयोग से इस भूमि पर सब्जी मंडी व्यवस्थित करने एवं हाईटेक शापिग कांप्लेक्स बनाने की योजना बनाई। इधर इस भूमि पर पुन: अवैध कब्जा हो गया। जागरण में खबर प्रकाशित होने के बाद तहसीलदार मंधाता सिंह, लेखपाल योगेंद्र गुप्त, निलेश रंजन राव, अजय दूबे, एसआई अनिल शर्मा के साथ अतिक्रमण हटाने पहुंचे। मौके पर लोगों ने कहा कि प्रशासन ने बसने के लिए जो भूमि दी है उसमें पानी भरा है। उन्होंने प्रशासन के सामने यह सवाल भी खड़ा किया कि कब्जा हटाने की कार्रवाई केवल गरीबों के लिए होती है जबकि भूमि पर बने पक्के निर्माण को नहीं हटाया जाता। एसडीएम प्रमोद कुमार तिवारी ने बताया कि बरसात को देखते हुए कब्जाधारियों को कुछ दिनों की मोहलत दी गई है। नागरिक उड्डयन विभाग की भूमि को प्राथमिकता के आधार पर कब्जा मुक्त कराया जाएगा।